- थानेदारी पाने के लिए अब देना होगा इंटरव्यू

- एसएसपी ने गठित की कमेटी, अनुभव के आधार पर मिलेगी थानेदारी

थानों की कमान पाना आसान नहीं होगा
Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: अब किसी जुगाड़ या सिफारिश से थानों की कमान पाना आसान नहीं होगा। क्योंकि अब थानेदारी पाने के लिए थानेदारों को बकायदा कड़ी परीक्षा पास करनी होगी। यानी कि उन्हें अधिकारियों के समक्ष इंटरव्यू देना पड़ेगा। इसके लिए एसएसपी शलभ माथुर ने एक नई पहल की है। एसएसपी के मुताबिक शासन की मंशा के अनुरूप अब थानेदारों की पोस्टिंग के लिए डीएम की लिखित संस्तुति तो नहीं लेनी पड़ेगी, लेकिन इसमें पारदर्शिता लाने के लिए यह पहल की गई है। इसके लिए एसएसपी की अध्यक्षता में बकायदा एक कमेटी बनाई जा रही है। जिसका नेतृत्व खुद एसएसपी करेंगे।

काबिलियत के आधार पर थानों की कमान
अधिकारियों के मुताबिक थानेदारों की पोस्टिंग के समय कमेटी के सभी सदस्यों के सामने थानेदारों का इंटरव्यू होगा और योग्यता व काबिलियत के आधार पर थानों की कमान सौंपी जाएगी। एसएसपी ने बताया कि इस दौरान थानेदार के काम करने की क्षमता तो जांची जाएगी ही साथ ही यह भी देखा जाएगा कि उसने अपने कार्यकाल के दौरान क्या-क्या सराहनीय काम किए हैं। इतना ही नहीं इस दौरान थानेदारों की शिकायत उनपर पिछली कार्रवाई और उनकी कमियों को देखते हुए ही थानों की कमान सौंपी जाएगी।

लगते रहे हैं आरोप
दरअसल, कई बार यह भी आरोप लगता आया है कि थानों की कमान कप्तान ने गलत हाथों में सौंप दी। वहीं, कहा तो यह भी जाता है कि थानों की कमान पैसों व सिफारिशों के आधार पर भी की जाती है, लेकिन एसएसपी शलभ माथुर का मानना है कि इसमें पूरी तरह से पारदर्शिता होनी चाहिए। ताकि किसी गलत व्यक्ति के हाथों में थानों की कमान न जाने पाए। इसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। ताकि सर्वसम्मति से ही थानों की पोस्टिंग की जा सके। एसएसपी ने बताया कि इस कमेटी में सात सदस्यीय टीम होगी। इसकी अध्यक्षता खुद एसएसपी करेंगे। जबकि एसपी व एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी को इसका नोडल अधिकारी व सदस्य बनाया जाएगा।

क्या कहते हैं अफसर
थानों पर थानेदारों की पोस्टिंग में पारदर्शिता लाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। पोस्टिंग के समय कमेटी के समक्ष थानेदारों का इंटरव्यू लिया जाएगा और उनका पास्ट बैकग्राउंड भी देखा जाएगा। इसके बाद ही योग्यता व क्षमता के आधार पर थानों पर तैनाती की जाएगी।

शलभ माथुर, एसएसपी