नए साफ्टवेयर से कम जानकारों की बढ़ी मुश्किलें

आरटीओ में नए साफ्टवेयर पर शुरू हुआ कामकाज

10 बजे के पहले पहुंच गए थे आवेदक
आरटीओ में नए साफ्टवेयर सारथी फोर को इंस्टाल कर लिया गया है। सोमवार को ट्रायल हुआ था। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे से कामकाज शुरू हुआ। लर्निग लाइसेंस लेने वाले आवेदक काफी पहले आ गए थे। लेकिन एप्वाइंटमेंट के अनुसार, आवेदकों का टेस्ट लिया गया। कंप्यूटर की कम जानकारी रखने वाले आवेदकों को काफी परेशान होना पड़ा। नए साफ्टवेयर में आनलाइन अप्लाई करने और फीस जमा कराने की सुविधा है। इस दौरान एप्लीकेशन नंबर भरने के बाद ओटीपी के जरिए पासवर्ड खोलकर टेस्ट दे पाएंगे। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज आने पर यह प्रक्रिया पूरी हो सकेगी।

कोड के चक्कर में कठिनाई बढ़ गई

एग्जाम से पहले कई तरह की फार्मेलिटी पूरी करने के चक्कर में ज्यादा टाइम लग रहा है। उनको ज्यादा परेशानी हो रही है जो कंप्यूटर फ्रेंडली नहीं है। आरटीओ से जुड़े लोगों का कहना है कि पहले एग्जाम में ज्यादा आप्शन न होने से आसानी से टेस्ट हो जाता था। लेकिन कोड के चक्कर में कठिनाई बढ़ गई है। हालांकि नए साफ्टवेयर में एग्जाम के सवालों की तादाद 15 सौ कर दी गई है। इसमें पूर्व की अपेक्षा आसान सवाल पूछे जाने से पास होने के चांस बढ़ गए है। एग्जाम देने की प्रक्रिया जटिल होने से आवेदकों को थोड़ी दिक्कत हुई।

फिक्स हुई टाइमिंग, मिलेगा अप्वाइंटमेंट
नए साफ्टवेयर में लाइसेंस सहित अन्य प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए अप्वाइंटमेंट मिलेगा। इसलिए काउंटर पर बेवजह की भीड़ नहीं लगेगी। एग्जाम में फेल होने पर दोबारा फीस जमा कराकर री-टेस्ट भी दिया जा सकेगा। एक दिन में करीब 75 लर्निग लाइसेंस जारी हो सकेंगे। परमानेंट लाइसेंस सिर्फ 50 बनाया जा सकेगा। इसके अलावा रिन्यूवल का भी काम होगा। सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे ही लाइसेंस की प्रक्रिया हो सकेगी। इसके बाद साफ्टवेयर खुद लॉक हो जाएगा। आरटीओ से जुड़े लोगों ने बताया कि मंगलवार को 15 लोगों ने टेस्ट दिया, जिसमें 11 लोग पास हो गए। पहला लर्निग लाइसेंस देवेंद्र कुमार मौर्य का जारी हुआ तो मोहम्मद सारिक खान का पहला परमानेंट लाइसेंस बना। किसी तरह की प्रॉब्लम सामने न आए। इसलिए आरआई दिनभर खुद मौजूद रहे।

यह बरतें सावधानी
- लाइसेंस के लिए आनलाइन करते समय अपना मोबाइल नंबर भरें।

- अप्वाइंटमेंट की डेट मिलने पर टेस्ट के लिए आरटीओ दफ्तर पहुंचे।

- एग्जाम के पहले अपना मोबाइल साथ रखें। इसमें ओटीपी की सूचना मिलेगी।

- आवेदक अपना एप्लीकेशन नंबर नोट करके रख लें। इससे कभी स्टेटस जांच सकेंगे।

- एग्जाम में पास होने पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज मिलेगा। कहीं पर भी लाइसेंस डाउनलोड कर सकेंगे।

प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है
नए साफ्टवेयर पर काम शुरू कर दिया है। मंगलवार को लर्निग और परमानेंट लाइसेंस जारी हुए। किसी तरह की समस्या सामने नहीं आई। पुराने साफ्टवेयर में पांच से सात मिनट में प्रक्रिया पूरी हो जाती थी। इस साफ्टवेयर में एग्जाम के पूर्व की तरह की जानकारी भरने में 10 मिनट से ज्यादा का समय लग जा रहा है। कंप्यूटर की जानकारी रखने वालों को कोई प्राब्लम नहीं हो रही। लेकिन जो लोग कंप्यूटर फ्रेंडली नहीं हैं। उनको प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है।
एसआर पाल, एआरटीओ प्रशासन