ताकि मिल सके टैलेंट

आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज में पिछले दिनों से देश के विभिन्न हिस्सों से चयनित 40 घुड़सवारों को तराशने का काम चल रहा है। पहले दौर के प्रशिक्षण के बाद बेहतरीन घुड़सवारों को अगले चरण के प्रशिक्षण में भेजने से पहले छंटनी का काम इस प्रतियोगिता के माध्यम से होगा। मकसद साफ है कि अगले वर्ष होने वाले एशियाई खेलों में बेहतरीन घुड़सवार भारत की ओर से हिस्सेदारी करें और पदक जीतें.विदेशी कोच भी

दूसरे दौर में ट्रेनिंग लेवल को ऊंचा करने के लिए विदेशी कोच को मेरठ के आरवीसी सेंटर में आमंत्रित किया गया है। 9 नवंबर को उनके मेरठ छावनी में पहुंचने का कार्यक्रम तय माना जा रहा है। पहले दौर की छंटनी के बाद शेष बचे घुड़सवारों को वे गुरुमंत्र देंगे।

चुने जाएंगे अंतिम 15

अगले वर्ष प्रस्तावित एशियाई खेलों में भारत की ओर से 15 घुड़सवारों को भेजा जाना है। विभिन्न चरणों में परखने के बाद आरवीसी सेंटर में ही अंतिम 15 को देश की ओर से भागेदारी के लिए नामित किया जाएगा.आज हुई जांच, जजों को ब्रीफिंग

आरवीसी में मेरठ हॉर्स शो और इवेंटिंग की प्रतियोगिताएं 15 अक्टूबर से चल रही हैं, जो 21 अक्टूबर तक चलेंगी। हॉर्स शो ओर इवेंटिंग की प्रतियोगिताएं पूरी होने की स्थिति में शुक्रवार को कोई प्रतियोगिता आयोजित नहीं हुई। एशियाई खेलों के ट्रायल से पहले घोड़ों की वेटनरी जांच की गई। इसके साथ जजों को ब्रीफिंग भी दी गई।