-केयू का 5वां स्थापना दिवस आज, चाईबासा में प्रोग्राम ऑर्गनाइज होगा, हो सकती हैं कई घोषणाएं

-2009 में रांची यूनिवर्सिटी सेपरेट होने वाले केयू के 15 कांस्टीट्यूएंट और 19 एफिलिएटेड कॉलेजेज हैं

-स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन और 12(बी) पर वीसी कर सकते हैं एनाउंसमेंट

JAMSHEDPUR: क्भ् कांस्टीट्यूएंट, क्9 एफिलिएटेड और करीब म्0 हजार इन्रॉल्ड स्टूडेंट्स के साथ कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) बुधवार को अपनी स्थापना के पांच साल पूरे कर लेगा। क्फ् अगस्त ख्009 को रांची यूनिवर्सिटी से सेपरेट होने के बाद कोल्हान जैसे पिछड़े क्षेत्र में हायर एजुकेशन को यह यूनिवर्सिटी कितना आगे बढ़ा पाया है यह मैटर ऑफ डिबेट हो सकता है, लेकिन सधे हुए कदमों के साथ सुधार की राह, तो जरूर पकड़ ली है। पिछले पांच सालों में उतना कुछ नहीं हो पाया जितनी उम्मीद थी, लेकिन काफी कुछ बदला है और आने वाले समय में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जाने हैं।

इन बदलावों से रू-ब-रू होंगे आप

कोल्हान यूनिवर्सिटी के स्थापना दिवस पर जो घोषणाएं हो सकती हैं और आने वाले समय में क्या-क्या बदलाव होने वाले हैं, आइए उनपर एक नजर डालते हैं।

पीएचडी रेगुलेशन चेंज

केयू पीएचडी रेगुलेशन चेंज करने जा रहा है। यूजीसी के नॉ‌र्म्स के एकॉर्डिग अब यहां भी पीएचडी के लिए रजिस्टर्ड कैंडीडेट्स को छह महीने का रिसर्च मैथोडोलॉजी का कोर्स करना होगा। ऐसा करने पर ही पीएचडी डिग्री को यूजीसी की मान्यता मिल पाएगी।

सभी कॉलेजेज में होंगे स्पोट‌र््स इंचार्ज

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन कॉलेजेज में स्पो‌र्ट्स इवेंट्स को लेकर भी काफी सीरियस है। बहुत जल्दी केयू एडमिनिस्ट्रेशन इसको लेकर गवर्नमेंट को लिखने जा रहा है। कॉलेजेज में एक स्पो‌र्ट्स इंचार्ज का पोस्ट क्रिएट जाने की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा खेल मद का पैसा भी कॉलेजेज को निकालने का अधिकार दिया जाएगा।

कॉलेजेज में होंगे काउंसलर

केयू एडमिनिस्ट्रेशन कॉलेज लेवल पर एक काउंसलर को नियुक्त करने पर विचार कर रहा है। प्लेसमेंट सेल में इनकी नियुक्ति होगी जो स्टूडेंट्स को उनके कॅरियर को लेकर सलाह देंगे ताकि वे खुद के लिए सही रास्ता चुन पाएं।

होगा स्टूडेंट्स यूिनयन इलेक्शन

केयू में पहली बार स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन भी होने वाला है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सितंबर में इलेक्शन का प्रोसेस स्टार्ट करने की बात कही है। इससे उम्मीद जगी है कि इस सेशन में इलेक्शन करा लिया जाएगा।

क्ख्(बी) में शामिल हो सकते हैं

कोल्हान यूनिवर्सिटी के यूजीसी के सेक्शन क्ख्(बी)में शामिल होने की संभावना भी बनती दिख रही है। यूजीसी के सेक्शन क्ख्(बी) में शामिल नहीं होने की वजह से केयू को कई सारे डेवलपमेंट फंड नहीं मिल पा रहे हैं। यूनिवर्सिटी में इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट और रिकॉगनिशन के लिए इस लिस्ट में शामिल होना जरूरी हाेता है।

टीचर्स के नए पद सृिजत होंगे

केयू में टीचर्स की कमी की बात अक्सर सामने आती रहती है। इसको लेकर भी यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन एक्टिव है। केयू के वीसी ने कहा कि गवर्नमेंट 70 के दशक में ही सैंक्शंड पोस्ट को मान रही है, जबकि तब से आज तक स्टूडेंट्स की संख्या लगभग क्0 गुना बढ़ चुकी है। गवर्नमेंट की नजर में ब्म्0 टीचर्स का ही पोस्ट सैंक्शंड है, जबकि केयू को सात सौ से ज्यादा टीचर्स की जरूरत है। इसको लेकर जल्दी ही केयू एचआरडी को लिखने वाला है।

बदलाव की शुरुआत हाे चुकी है

केयू में बदलाव की शुरुआत हो चुकी है। यूजी में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। पीजी में सेंट्रलाइज्ड एडमिशन की शुरुआत हो चुकी है। सेंट्रलाइज्ड एडमिशन होने से स्टूडेंट्स को कॉलेजेज में भटकना नहीं पड़ेगा और वे एक ही फॉर्म भरेंगे। सभी कॉलेजेज के फीस स्ट्रक्चर में यूनिफॉर्मिटी लाने की शुरुआत भी हो चुकी है। बीएड के मामले में ऐसा पहले ही किया जा चुका है। वोकेशनल कोर्सेज में भी फीस बराबर है। यूनिवर्सिटी के सख्त होते ही टीचर्स कॉलेज में प्रजेंट रहने लगे और स्टूडेंट्स से साफ कह दिया गया है कि 7भ् परसेंट अटेंडेंस के बिना उन्हें फॉर्म नहीं भरने दिया जाएगा। बीएड में होने वाली धांधली को रोकने के लिए एडमिशन प्रोसेस यूनिवर्सिटी ने अपने हाथ में ले ि1लया है।

एक नजर इधर भी

- कोल्हान यूनिवर्सिटी की स्थापना 9 अगस्त ख्009 को हुई थी।

- रांची यूनिवर्सिटी से सेपरेट हुआ केयू।

- केयू झारखंड के तीन डिस्ट्रिक्ट ईस्ट और वेस्ट सिंहभूम के अलावा सरायकेला-खरसावां में लोकेटेड है।

- फिलहाल केयू में क्भ् कांस्टीट्यूएंट और क्9 एफिलिएटेड कॉलेजेज हैं।

- केयू में इन्रॉल्ड स्टूडेंट्स की संख्या करीब म्0 हजार है।

- केयू में कुल ख्ख् पीजी डिपार्टमेंट्स हैं।

- यूजी के तीनों पार्ट में लगभग भ्क् हजार और पीजी के दोनों इयर में इन्रॉल्ड स्टूडेंट्स की संख्या लगभग 9 हजार है।

- केयू में कई वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई होती है। इनमें बीएड, एमएड, बीबीए, एमबीए, बीसीए और एमसीए, मास कम्यूनिकेशन जैसे कोर्स शामिल हैं।

- केयू में पहला कॉनवोकेशन लास्ट इयर हो चुका है।

सुधार की काफी गुंजाइश है। हम कोशिश कर रहे हैं कि स्टूडेंट्स के हित में जितना हो सके सुधारात्मक कदम उठाए जाएं। अगले एक साल में बदलाव दिखने चाहिए। चुनौतियां तो हैं, लेकिन उसका सामना सभी को मिलकर करना होगा, जिसमें स्टूडेंट्स भी शामिल हैं।

- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी केयू