-गोरखपुर में कभी नहीं हुई है 60 परसेंट वोटिंग, इस बार रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद
09 विधानसभाएं हैं गोरखपुर में
127 उम्मीदवार मैदान में
34 लाख कुल मतदाता
GORAKHPUR: कैंडिडेट्स की तमाम कवायदों के बाद अब वोटर्स के दम दिखाने का दिन आ चुका है। जिले की नौ विधानसभाओं से 127 कैंडिडेट्स इस चुनावी समर में अपनी किस्मत आजमाने के लिए मैदान में हैं। फैसला जिले के 34 लाख से ज्यादा वोटर्स करेंगे। अभी तक एक भी बार गोरखपुर में 60 परसेंट वोटिंग नहीं हुई है। उम्मीद है कि इस बार गोरखपुर वोटिंग में फर्स्ट क्लास लाने का चांस मिस नहीं करेगा।
वोट टाइम
7 बजे सुबह से शाम 5 तक
कंप्लेन हो तो यहां कॉल करें
टोल फ्री नंबर - 18001805514
फोन नंबर - 0551-2203300
नो बहाना, वोट देने जरूर जाना
आज छुट्टी है
सरकार ने आपको छुट्टी जिम्मेदारी निभाने के लिए दी है। छुट्टी मनाइए, पर वोट डालने के बाद।
मोबाइल घर छूटेगा
माना, मोबाइल आपकी जिंदगी का हिस्सा है। लेकिन कुछ देर इसके बिना रहा जा सकता है।
लंबी लाइन में कौन लगे
10-15 मिनट ही लाइन में लगना पड़ सकता है, सुबह ही वोट डाल दें, तो वो मुश्किल भी हल।
मेरे वोट से क्या होगा
वोट की महत्ता समझनी होगी। आपका वोट इलाके या प्रदेश की तकदीर भी बदल सकता है।
सब कैंडिडेट बेकार हैं
विरोध दर्ज कराने के लिए चुनाव आयोग ने नोटा का विकल्प दिया है। वोट अवश्य दें।
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यह न करें?
- मतदान केंद्र पर वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी न करें।
- मोबाइल फोन का प्रयोग मतदान केंद्र में वर्जित है।
- वाहन मतदान केंद्र से 200 मीटर की परिधि में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
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क्या आप भी इन सवालों से परेशान हैं?
मैं शाम 5 बजे तक लाइन में ही रह गया तो क्या वोट डाल सकूंगा?
- शाम 5 बजे तक लाइन में लग चुके लोगों को वोट डालने दिया जाएगा।
मेरे पास वोटर आईडी तो है, लेकिन वोटर लिस्ट में नाम नहीं तो?
- वोट डालने के लिए वोटर लिस्ट में नाम होना जरूरी है।
ईवीएम में गलती से कोई बटन दब जाए, तो क्या उसे सुधारा जा सकता है?
- ईवीएम में वोट केवल एक बार ही दर्ज होगा। सोच-समझकर बटन दबाएं।
अगर मुझे वोट डालने के बाद पब्लिक या प्राइवेट व्हीकल से दूसरे शहर जाना है तो रास्ते खुले होंगे?
- इसकी इजाजत रहेगी। हालांकि शहर के अंदर सिटी बसें नहीं चलेंगी, लेकिन ऑटो और टैंपो चलते रहेंगे। शहर से बाहर जाने वाली रोडवेज की बसें यथावत चलती रहेंगी।
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फर्स्ट टाइम वोटर्स दें ध्यान
फर्स्ट स्टेप : पोलिंग सेंटर पर ऑथराइज वोटर स्लिप के साथ पहुंचे। इसमें आपका बूथ नंबर दिया होगा। अगर नहीं है तो दिए ऑप्शन में से कोई एक आईडी प्रूफ लेकर कतार में खड़े हो जाएं। आपकी बारी आने पर मतदान अधिकारी आपके नाम और नंबर का मिलान अपने पास मौजूद वोटर स्लिप से करेगा।
सेकेंड स्टेप : दूसरे मतदान अधिकारी के पास पहुंचें। वह रजिस्टर में आपका नाम दर्ज कर आपसे सिग्नेचर कराएंगे। इसके बाद वह आपकी बाएं हाथ की तर्जनी उंगली में अमिट स्याही लगवाएंगे।
स्टेप थ्री : तीसरे मतदान अधिकारी के पांच पहुंचते ही वह आपकी उंगली में लगी स्याही देखेंगे और पर्ची देखकर ईवीएम के कंट्रोल यूनिट का बटन दबाएंगे।
फोर्थ स्टेप : अब आप ईवीएम के पास जाएंगे। इस पर कैंडिडेट्स का नाम, सिंबल और उसकी फोटो लगी रहेगी। इन सभी के सामने बटन मौजूद रहेगा। आप जिसे वोट करना चाहते हों, उसके सामने के बटन को दबाएं। बटन दबाते ही मशीन से बीप की आवाज आएगी, जिसका मतलब है आपका वोट पड़ गया।
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वोटर स्लिप बताएगी कहां है बूथ
-बीएलओ ने आपके घर जो वोटर स्लिप पहुंचाई है। यह सिर्फ वोटर आइडी ही नहीं बल्कि गाइड का काम करेगी।
-पोलिंग बूथ पर निर्देशों से लेकर पोलिंग सेंटर तक पहुंचने का रास्ता भी वोटर्स को स्लिप के जरिए आसानी से पता चल जाएगा।
-गूगल मैप के जरिए इसमें मैपिंग कर फोटो पब्लिश की गई है।
-वोटर्स को प्रॉब्लम न हो, इसके लिए स्लिप पर बीएलओ का नाम और मोबाइल नंबर भी है।
ऐसे देखिए नाम, जानिए बूथ
-वोट लिस्ट में आपका नाम है या नहीं, इसकी इंफॉर्मेशन आप घर बैठे ही हासिल कर सकते हैं।
-सीआईओ यूपी की ऑफिशियल वेबसाइट ceouttarpradesh.nic.in पर 'सर्च योर नेम' ऑप्शन को सेलेक्ट करें।
-इसके बाद जिले, विधानसभा और अपना नाम दर्ज कर जांच की जा सकती है।
-टोल फ्री नंबर पर भी कॉल करके आप वोट डालने से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
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अगर वोटर आई कार्ड न हो तो
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- सेंट्रल या स्टेट गवर्नमेंट, सार्वजनिक उपक्रम, सार्वजनिक लिमिटेड कंपनीज की ओर से कर्मचारियों को दिए जाने वाले आईकार्ड
- बैंक/डाकघर की ओर से जारी फोटोयुक्त पासबुक
- पैन कार्ड
- राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के अधीन भारत के महापंजीयक की ओर से जारी स्मार्ट कार्ड
- मनरेगा जॉबकार्ड
- श्रम मंत्रालय की ओर से जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
- फोटो सहित पेंशन दस्तावेज
- निर्वाचन तंत्र की ओर से जारी प्रमाणीकृत वोटर स्लिप
- एमपी, एमएलए, एमएलसी को जारी शासकीय पहचान पत्र
- आधार कार्ड