-डच टूरिस्ट भारत भ्रमण करके जान रहा है शौचालयों के उपयोग के प्रति लोगों की सोच

-आज चकिया में करेंगे नौ साल में बने लाखों टॉयलेट का शुभारंभ

VARANASI : खुले में शौच करने वालों की सोच में बदलाव लाकर गांव-गांव में टॉयलेट का निर्माण कराने वाले टॉयलेट किंग हार्मन लेजिन्स इंडो मंगलवार को हॉलैण्ड से बनारस पहुंचे. साल भार बाद दूसरी बार बनारस आए हार्मन लेजिन्स इस बार चकिया में बनाए गए लाखों टॉयलेट का शुभारंभ करेंगे. टॉयलेट टूर पर निकले हार्मन लेजिन्स इंडो उत्तर प्रदेश के तीन शहरों का भ्रमण करने के लिए यहां पहुंचे हैं. उनके साथ उनके मीडिया एडवाइजर चंदर महादेव भी हैं. पिछले साल की तरह इस बार भी यह टॉयलेट किंग गंगा की घाटों पर सैर करने के बजाए लोगों से यह पूछ रहे हैं कि वो शौच के बारे में क्या सोचते हैं. इस दौरान हार्मन ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से भी अपने अनुभव शेयर किये और फ्यूचर प्लानिंग भी बताया.

 

घूम रहा शहर-शहर

टॉयलेट सिस्टम से बेहद लगाव रखने वाले हालैण्ड के हार्मन लेजिन्स इंडो, डच एनजीओ फिनिश सोसायटी से जुड़े हैं. इस संस्था से जुड़ने के बाद वे सबसे पहले भारत में शौच की प्रक्रिया और शौचालयों की स्थिति के बारे में अध्ययन करने इंडिया आये. उनका उद्देश्य देश के कई शहरों में जाकर वहां के लोगों के नित्यक्रिया के बारे में जानकारी हासिल करना है. पिछले एक साल से वे इसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के प्रोजेक्ट का फॉलो करते हुए हार्मन लेजिन्स ने इस बार अपने टूर को नाम दिया है सफाई की जीत.

 

इतनी आबादी और खुले में शौच

 

उन्होंने बताया कि पिछले साल जब वह भारत आए थे तो राजस्थान, पंजाब तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भ्रमण किया, जहां देखकर आश्चर्य हुआ कि इतनी बड़ी आबादी वाले शहर में लोग आज भी शौच के लिए घर के बाहर खुले में जाते हैं. इस दौरान एक ऐसे आदमी से मुलाकात हुई जिसने एक दुर्घटना में उसने अपने दोनों हाथ खो दिये थे. अब उसे शौच के लिए पत्नी के साथ जाना पड़ता है. इस पर उन्होंने लोगों के बीच जाकर टायलेट के बारे में खुलकर बात की. जिसके बाद उन्होंने इन सभी जगहों पर टॉयलेट निर्माण कराने का फैसला लिया.

 

बदल रहा भारत

बनारस आने से पहले हार्मन लखनऊ गए थे. वहां के गांवों में शौचालय देखकर उन्हें सुखद अनुभूति हुई. गांव वालों से बात हुई तो पता चला कि गवर्नमेंट शौचालयों के निर्माण को लेकर बेहद संजीदा है. शहर और गांवों में बड़ी संख्या में टायलेट बनाये जा रहे हैं. बनारस के बाद चकिया के उन सभी क्षेत्रों में जाएंगे जहां उनकी संस्था द्वारा टॉयलेट का निर्माण कराया गया है. हार्मन के साथी चंदर महादेव कहते हैं कि एक डच टूरिस्ट की स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति उत्सुकता देखकर लोग बेहद प्रभावित हो रहे हैं. उनसे खुलकर बातें कर रहे हैं और अपनी परेशानियों को भी शेयर कर रहे हैं.

 

भारत से है लगाव

हार्मन दूसरी बार इंडिया आए हैं लेकिन इस देश से उनका लगाव काफी पहले से है. उन्होंने अमेरिका में दो साल संस्कृत का अध्ययन किया है. फेमस सिंगर मुकेश के गाने सुनते और गाते हैं. बॉलीवुड फिल्मे देखने का उनका शौक है. उनके पसंदीदा एक्टर अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार हैं. वो मार्शल आर्ट के साथ कुश्ती और कबड्डी में बेहद रुचि रखते हैं. उनका कहना है कि उनका कुश्ती और कबड्डी के खिलाडि़यों को टॉयलेट किंग बनाने का प्लान है. इसके लिए वे कुश्ती के पहलवानों से शौचालयों के प्रयोग के बारे में भी पूछेंगे.