होर्डिग ठेकेदार की गिरफ्तारी को दूसरे दिन भी निगम में कार्य बहिष्कार

- धरने पर बैठे दर्जनभर पार्षद और कर्मचारी

- शांतिपूर्ण आंदोलन से बात न बनी तो उग्र आंदोलन करेंगे

मेरठ : अवैध होर्डिग हटाओ अभियान के दौरान महापौर तथा पार्षदों पर हमला करने वाले होर्डिग ठेकेदार ज्ञानेन्द्र चौधरी की गिरफ्तारी तथा महापौर से अभद्रता करने वाले एसपी सिटी ओम प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नगर निगम में मंगलवार को भी तालाबंदी तथा कार्य बहिष्कार किया गया। दर्जनभर पार्षद और कर्मचारी धरने पर बैठे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बुधवार तक शांतिपूर्ण धरना चलेगा। फिर भी ठेकेदार की गिरफ्तारी नहीं हुई तो गुरुवार से शहर कूड़े के ढेर पर होगा। लोग पीने के पानी को तरस जाएंगे।

घटना के विरोध में तीन मांगों को लेकर पूरे नगर निगम ने तीन दिन तक निगम में तालाबंदी व कार्य बहिष्कार करके शांतिपूर्ण धरने की घोषणा सोमवार को की थी। मंगलवार को आंदोलन का दूसरा दिन था। आज भी कर्मचारियों और अधिकारियों ने तालाबंदी रखी तथा कार्य बहिष्कार किया। महापौर व नगर आयुक्त कार्यालय के सामने भाजपा पार्षद दल उपनेता सहंसरपाल, राजेंद्र सिंह, डा। ओमकार, सावित्री देवी, दिनेश कुमार, ऋषिपाल, किरण सिंह आदि पार्षद तथा संगठन मंत्री राजकुमार, एजाज, लियाकत, संजीव कुमार और मुनीष उपाध्याय ने धरना दिया। पंकज कतीरा, ऋषिपाल, प्रमोद खड़ौली, सहंसरपाल, पार्षद पति रविंद्र तेवतिया, अजित सिंह आदि ने कहा कि होर्डिग माफिया नगर निगम की आय पर कुंडली मारकर बैठा है। नगर निगम से होर्डिग ठेकेदार अपना व्यापार चलाते हैं और निगम के अधिकारी कर्मचारियों को ही डरा धमकाकर दबाव में लेने की कोशिश कर रहे हैं। माफिया के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कराने के लिए पार्षद और महापौर साथ आए तो उन पर भी हमला करके अभियान को बाधित करने का प्रयास ठेकेदार ने किया, लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।

संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजू धवन, अनीस अहमद, लोकेश शर्मा, कैलाश चंदौला, कृपाल गुर्जर आदि कर्मचारी नेताओं ने कहा कि निगम में पांच हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं। अपने मुखिया के सम्मान को कायम रखने के लिए वह कुछ भी कर सकते हैं। महापौर पर हमला करने वाले ठेकेदार की गिरफ्तारी की मांग के लिए तीन दिन के शांतिपूर्ण आंदोलन का बुधवार को अंतिम दिन है। इसके बाद ठेकेदार की दबंगई से सड़कों पर निपटा जाएगा। उसका खुलकर साथ देने वाले पुलिस अफसरों को भी ऑफिस में नहीं बैठने दिया जाएगा। गुरुवार से उग्र आंदोलन शुरू होगा। जिसके तहत पूरे शहर की सफाई व्यवस्था व पेयजल आपूर्ति ठप कर दी जाएगी। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के ऑफिस पर कूड़ा डालने का फैसला भी लिया जा सकता है। इस दौरान बड़ी संख्या में पार्षद, समस्त कर्मचारी अधिकारी मौजूद रहे।

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धरने पर भाकियू ट्रेंड

नगर निगम के धरने ने मंगलवार को भाकियू का ट्रेंड पकड़ लिया। वहां हलवाई बुलाकर धरने में शामिल लोगों के खाने की व्यवस्था की गई।

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ये हैं मांगे

1. ठेकेदार ज्ञानेंद्र की गिरफ्तारी।

2. एसपी सिटी के खिलाफ कार्रवाई।

3. पार्षदों पर दर्ज मुकदमे की वापसी।