-टॉप कैरेट लूटकांड में ज्वैलर्स से करीब 16 लाख की कीमत की ज्वैलरी बरामद

-पुलिस ने तिलहर के दो ज्वैलर्स को किया गिरफ्तार, सतनाम और राजेश फरार

<-टॉप कैरेट लूटकांड में ज्वैलर्स से करीब क्म् लाख की कीमत की ज्वैलरी बरामद

-पुलिस ने तिलहर के दो ज्वैलर्स को किया गिरफ्तार, सतनाम और राजेश फरार

BAREILLY: BAREILLY: टॉप कैरेट लूटकांड में पुलिस ने तिलहर के ज्वैलर्स से क्म् लाख की कीमत की ज्वैलरी तो बरामद कर ली है, लेकिन अभी तक मेन मास्टरमाइंड सतनाम सिंह और राजेश उर्फ झंडू को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। ज्वैलरी शॉप से लूटा गया माल पूरी तरह से फ्रेश था, जिसके चलते माल खरीदने वाले ज्वैलर्स ने अधिकांश माल गलाया ही नहीं था। ज्वैलर्स माल को महंगे दाम में बेचना चाहते थे। पुलिस ने संडे को दोनों ज्वैलर्स को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। पुलिस ने लुटेरे मनोज वाल्मीकि को रिमांड पर लेने के बाद ज्वैलर्स को पकड़ा था।

क्ख् लाख में खरीदा था माल

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि ज्वैलर्स ने क्ख् लाख में माल मनोज वाल्मीकि से खरीदा था। मनोज ने अपने हिस्से के अलावा कुछ हिस्सा राजेश और कुछ हिस्सा शंकर का ज्वैलर्स को बेचा था। निर्मल, सतनाम और राजेश अपना हिस्सा साथ लेकर गए थे। इससे साफ है कि लुटेरों ने क् करोड़ से अधिक का माल ज्वैलरी शॉप से लूटा था। वहीं ज्वैलर्स की मानें तो उन्होंने कुछ सोना गला दिया था। ज्वैलरी यदि पुरानी होती तो वह गलाकर बेच देते।

जरुरत के हिसाब से लेता रुपए

ज्वैलर्स से पूछताछ में सामने आया है कि मनोज वाल्मीकि ने उससे क्,फ्0,000 रुपए ही ज्वैलरी के लिए थे। ज्वैलरी की बाकी रकम जरूरत पड़ने पर लेने की बात कही थी। उसने इसी ज्वैलरी से ही अपनी बहन की गिरवी रखी ज्वैलरी भी छुड़ाई थी। ज्वैलर्स के पास से हार, चेन, टॉप्स, झुमकी, अंगूठी और पायल बरामद हुई हैं।

नहीं बरामद हुइर् डीवीआर

डीजीपी की सख्ती के बाद पुलिस ने करीब क्म् लाख के माल की रिकवरी तो कर ली है, लेकिन अभी भी इस मामले में सबसे अहम जो है, वह डीवीआर है, जो नहीं मिला है। बारादरी पुलिस मनोज वाल्मीकि को भी नहर के किनारे लेकर गई थी और उस जगह जाकर चेक किया, जहां पर डीवीआर तोड़कर फेंकने की बात कही गई थी, लेकिन वहां डीवीआर नहीं मिली। वहां पर अब नहर के किनारे झाडि़यां हैं और पानी तेज बह रहा है।

दूसरी बाइक का लगा सुराग

लूटकांड में दो बाइक का इस्तेमाल हुआ था। एक बाइक मनोज के साले की थी अपाचे थी, जिसे पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दूसरी बाइक पर मनोज, निर्मल के साथ बैठकर आया था। पुलिस ने अब उस बाइक को भी ट्रेस कर लिया है। पुलिस जल्द बाइक भी बरामद कर लेगी। दूसरी बाइक पर सतनाम और राजेश्ा आए थे।

सतनाम की थ्ाी प्लानिंग

पुलिस पूछताछ में मनोज वाल्मीकि ने बताया उसकी सतनाम, निर्मल, राजेश और शंकर से जेल में मुलाकात हुई थी। लूट के दौरान राजेश और निर्मल शोरूम के अंदर गए थे और सतनाम बाहर ही खड़ा रहा था। सतनाम ने ही लूट की प्लानिंग की थी और उसने निर्मल के जरिए सभी को इकट्ठा किया था। उसके बाद सभी बीसलपुर में राजेश की मौसी के घर जाकर रुके थे। सभी ब् जून को बीसलपुर से बाइक पर आए थे और फिर लूट को अंजाम देने के बाद बिथरी चैनपुर के पास से नहर के किनारे होते हुए तिलहर गए थे। सतनाम और राजेश को अभी तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

मोनोग्राम लगी ज्वैलरी मिली

जब एसटीएफ ने लुटेरे निर्मल और मुखबिर शंकर को गिरफ्तार किया था, तो एसटीएफ ने दावा किया था कि निर्मल ने हाथ में जो अंगूठी पहनी थी, यह वही अंगूठी थी, जिसे लूट के दौरान बहाने से खरीदा गया था। इस पर टीसी ज्वैलर्स का मोनोग्राम लगा था। अब पुलिस ने जब लूटी हुई ज्वैलरी बरामद की है तो भी पुलिस का दावा है कि ज्वैलरी पर टीसी ज्वैलर्स का मोनोग्राम लगा है। ज्वैलर्स को भी ज्वैलरी दिखा दी गई है।