AGRA (19 April): ताजमहल में मंगलवार को सैकड़ों देशी-विदेशी पर्यटकों ने रात्रि ताज दर्शन किया। नाइट व्यू में ताज दीदार के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है। इस दौरान सीआईएसएफ के सुरक्षा कर्मियों द्वारा भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

सख्त चेकिंग की गई

पूनम के चांद की दूधिया रोशनी में संगमरमरी इमारत ताजमहल का दीदार करने के लिए शाम से ही पर्यटक बुकिंग विंडो पर पहुंच गए। रात आठ बजे के बाद नाइट व्यू प्रारंभ कर दिया गया। जो रात बारह बजे तक चला। एक ग्रुप में 50 पर्यटकों को रखा गया। इस तरह आठ ग्रुप में 400 पर्यटकों ने नाइट व्यू का लुत्फ उठाया। उन्हें ताज दीदार के लिए 30 मिनट तक का समय दिया। परिसर में पहुंचने से पहले पर्यटकों की सख्त चेकिंग हुई। कैमरे और मोबाइल सुरक्षा की दृष्टि से जमा करा लिए गए।

रॉयल गेट पर लगा बैरियर

ताजमहल दर्शन को आने वाले रॉयल गेट पर बैरिकेडिंग लगाई गई। जहां से पर्यटकों ने ताज का दर्शन किया। प्रत्येक गु्रप में पचास देशी-विदेशी पर्यटक शामिल रहे। प्रवेश द्वार से लेकर रॉयल गेट तक नाइट मोड पर लगे करीब 19 कैमरों से निगरानी रखी गई। सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा इस दौरान विशेष चौकसी बरती गई।

पहले ही खरीद ली गई टिकट

नाइट व्यू में ताज के दर्शन के लिए एक हजार रुपये टिकट रखा गया है। सहायक संरक्षक अधिकारी रामरतन ने बताया कि अधिकतर पर्यटकों ने होटल से ही इसकी बुकिंग करा ली थी। जबकि कुछ पर्यटकों ने शिल्पग्राम में लगाई गई बुकिंग विंडो से ही टिकट खरीदा। आम तौर पर विदेशी पर्यटकों के दिन में 750 रुपये टिकट है, लेकिन नाइट व्यू के लिए देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए एक हजार रुपये रखा गया है।

23 अप्रैल तक होंगे अंतिम रात्रि दर्शन

रात्रि दर्शन के लिए सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार एएसआई द्वारा कार्य किया जा रहा है। इसके लिए कार्यक्रम तय किया गया है। 20 और 21 अप्रैल को भी ताज का दर्शन कराया जाएगा। 22 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश के कारण इस दिन को आगे के लिए शिफ्ट करते हुए 23 अप्रैल निर्धारित की गई है। गाइड लाइन के अनुसार रात्रि ताज दर्शन के लिए पर्यटक और समय सीमा भी निर्धारित करने के निर्देश भी संरक्षक अधिकारियों को मिले हैं।

सहायक संरक्षक अधिकारी रामरतन का कहना है कि ताज में रात्रि दर्शन के लिए सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार कार्य किया जा रहा है। इस दौरान रात्रि में आने वाले पर्यटकों के लिए पेयजल आदि की सुविधा रखी गई है। किसी भी तरह की समस्या आने पर मौके पर कर्मचारियों की तैनाती रखी गई है।