नहीं मिलती बिजली

सिटी में पॉवर सप्लाई के हालात को लेकर आए दिन लोगों का गुस्सा फूट रहा है। दिन में एक नहीं कई पॉवर कट से जूझने वाले लोग सबस्टेशन लेकर टोरेंट पॉवर के कर्मचारियों व अधिकारियों को भी घेरते रहे हैं। उनकी नाराजगी इस बात की है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद आगरा में पॉवर सप्लाई की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। कभी लखनऊ से शट डाउन होने तो कभी फाल्ट के नाम पर बिजली घंटों काटी जा रही है।

कैसे करें गुजारा

 उमस भरी गर्मी में पॉवर कट की वजह से लोग पानी तक को तरसते आए हैं। दिन का आराम और रात की नींद भी लोगों से इन पॉवर कट ने छीन लिया है। मो। नदीम नूर का कहना है कि रात में दो बजे पॉवर कट की जाती है। वह भी लखनऊ से शट डाउन के नाम पर। सुबह से लेकर शाम तक एक नहीं कई बार बिजली गुल हो जाती है। शुभम शिवहरे का कहना है कि जिनके घरों में इनवर्टर है वे एक दो घंटे के पॉवर कट बर्दाश्त कर लेते हैं। लेकिन, जिनके यहां यह नहीं है, वे सड़कों पर आ जाते हैं। रात-रात भर बिजली गुल रहती है। एक-एक घंटे का पॉवर कट लगता है। नींद भी पूरी नहीं हो पाती।

दस दिन में सुधार लो

पॉवर सप्लाई से नाराज लोग मंडे को एमजी रोड स्थित टोरेंट पॉवर के वीपी के ऑफिस पहुंच गए। टोरेंट पॉवर के खिलाफ हल्ला बोल के तहत लोगों ने अपनी नाराजगी अधिकारियों के सामने जाहिर की। साथ ही दस दिन बाद शुरू होने वाले रमजान की चिंता भी उन्होंने उनके सामने रखी। टोरेंट पॉवर ऑफिस पर जुटे लोगों ने दस दिन के अंदर पॉवर सप्लाई दुरुस्त करने की चेतावनी टोरेंट ऑफिसर्स को दी। उन्होंने कहा कि सुधार न होने पर वे टोरेंट के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। इस हल्ला बोल के दौरान इमरान, बख्शी, अदनान कुरैशी, रामू बघेल, अभिषेक शर्मा, रिंकू खान, राशिद खान, असलम अहमद, ताजउद्दीन, वहीद कुरैशी, गजाला हाशमी, धर्मेंद आदि मौजूद थे।

इलेक्ट्रिसिटी के बढ़े टैरिफ पर ऐतराज

आगरा। यूपीपीसीएल की ओर से प्रपोज्ड इलेक्ट्रिसिटी टैरिफ में इजाफे पर ताज सिटी के इंडस्ट्रियलिस्ट ऐतराज दर्ज कराएंगे। एसोचैम से जुड़े राजीव गुप्ता के मुताबिक उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमेटी ने स्माल और मीडिया पॉवर इंडस्ट्री के फिक्स्ड और मिनिमम चार्जेज को दोगुना और डेढ़ गुने से अधिक करने का प्रस्ताव किया है। उनके मुताबिक डिस्कॉम और यूपीपीसीएस का पिछले कई सालों से ऑडिट ही नहीं हुआ है। जबकि इलेक्ट्रिसिटी एक्ट के तहत यह स्वीकार ही नहीं है। टैरिफ में इस इजाफे के खिलाफ 23 जुलाई तक ऑब्जेक्शन मांगे गए हैं। आगरा से भी इस टैरिफ पर ऐतराज दर्ज कराया जाएगा।