-बीटेक के तीन छात्रों को आफिस में बंद करके जमकर धुनाई

-तीनों लड़कों को बंधक बनाए रखे फिर रात में उन्हें फेंका

-एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइंस थाने में दर्ज हुआ मुकदमा

<-बीटेक के तीन छात्रों को आफिस में बंद करके जमकर धुनाई

-तीनों लड़कों को बंधक बनाए रखे फिर रात में उन्हें फेंका

-एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइंस थाने में दर्ज हुआ मुकदमा

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: इन लड़कों का चेहरा देखिए। पीठ पर ये चोट के निशान। आंखे सूजी हुई। चेहरे पर काला निशान। पेट पर लाल निशान। पीठ सूजी हुई। ये कोई अपराधी नहीं हैं जो पुलिस की पिटाई से परेशान हैं। ये तीनों लड़के बीटेक इंजीनियर हैं। इन्हें सिविल लाइंस में स्थित एक प्राइवेट कंपनी के मालिक ने अपने गुण्डों से पिटावाया है। इनका कसूर इतना था कि ये होली से पहले अपने मालिक से सैलरी मांगने पहुंच गए थे।

सिविल लाइंस में हेड आफिस

हाईकोर्ट के पास पीएसजी ग्लोबल के नाम से एक आफिस हैं। इसकी कई ब्रांचेंज है। यह कंपनी सोलर ऊर्जा के फील्ड में काम करती है। इस कंपनी में कई लोग काम करते हैं। कुशीनगर के रहने वाले आशुतोष मिश्रा, बिहार का रोशन सिंह और मिर्जापुर के विवेक सिंह ने लास्ट इयर इस कंपनी को ज्वाइन किया है। तीनों ने बीटेक किया है। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग रायबरेली में थी। तीनों वहीं पर जॉब कर रहे थे।

सैलरी के लिए परेशान

होली के पहले ज्यादातर कंपनियों ने अपने इम्प्लाईज को सैलरी दे दी थी। लेकिन, पीएसजी कंपनी ने सैलरी नहीं दिया था। सैलरी न मिलने से परेशान होकर तीनों इंजीनियर इलाहाबाद स्थित हेड आफिस पहुंचे। कंपनी के डॉयरेक्टर पीयूष शुक्ला ने उन्हें सैलरी देने का आश्वासन दिया। फिर बोला कि चेक से पेमेंट ले लें। इस पर तीनों ने कहा कि त्योहार नजदीक हैं। उन्हें घर जाना है। ऐसे में कैश मिल जाए तो ठीक रहेगा। कंपनी ने कैश देने की बात कही और अंदर बुला ले गए।

नंगा करके पीटा

आशुतोष, रोशन सिंह और विवेक सिंह को जरा भी इस बात का अंदाजा न था कि आगे क्या होने वाला है। कंपनी के आफिस के अंदर चेम्बर में तीनों लड़के पहुंचे और वहां पर गेम हो गया। कंपनी के सभी आदमियों ने मिलकर तीनों को जमकर वहीं पर पीटा। बेल्ट और लाठी डंडे से तीनों की पिटाई शुरू कर दी। आरोप है कि सभी ने मिलकर उन्हें जमकर मारा। उनके कपड़े उतरवा दिए। न्यूड वीडियो बनाई। कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। आरोपी कंपनी वालों ने सभी को मारपीट कर एक सादे पेपर पर सिग्नेचर भी करा लिए। सुबह से लेकर रात आठ बजे तक उन्हें आफिस में बंद रखा और उसके बाद कार में बंद करके करियप्पा रोड पर छोड़वा दिया।

एसएसपी को सुनाई आपबीती

तीनों अधनंगे होकर रोड पर पड़े थे। किसी तरह से हिम्मत करके उठे और अपने एक मित्र से कांटेस्ट किया। उनका एक साथी कटरा एरिया में रहता था। उसकी मदद से बुधवार रात में ये तीनों लड़के एसएसपी आफिस पहुंचे और आपबीती पुलिस आफिसर को सुनाई। पुलिस वाले भी उनकी हालत देख दंग रह गए। एसएसपी के आदेश पर इस मामले में कंपनी के डॉयरेक्टर समेत कई बदमाशों के खिलाफ आईपीसी की धारा क्ब्फ्, फ्ख्फ्, भ्0ब्, फ्ब्ख् और ख्9ख् के तहत रिपोर्ट दर्ज किया है। पुलिस अब इस केस की जांच पड़ताल में जुट गई है। आई नेक्स्ट ने कंपनी के अधिकारियों से सम्पर्क करके आरोपी की हकीकत उनकी जुबानी जानने की कोशिश की। लेकिन, ऑफिस बंद मिला। कोई ऑफिशियली कुछ बोलने के लिए सामने नहीं आया।