-इलेक्शन के मद्देनजर घाटों पर पुलिस, PAC और डाग स्क्वॉड की टीम कर रही लगातार चेकिंग

-चेकिंग के पचड़े व इनक्वायरी से बचने के लिए सैलानी व गाइड्स ने घाट पर जाना किया कम

VARANASI: गंगा तो बहुत पहले ही घाटों का साथ छोड़ चुकी है। अब टूरिस्ट्स भी धीरे-धीरे घाटों को छोड़ते जा रहे हैं। इलेक्शन को लेकर डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से सिटी भर में चलाए जा रहे चेकिंग अभियान का जोर गंगा घाटों पर कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है। इस चेकिंग के पचड़े से बचने के लिए सैलानी घाटों पर जाना कम कर दिए हैं।

रात आठ बजे के बाद सन्नाटा

गंगा की अविरल धारा को देखने पहुंचने वाले टूरिस्ट्स व आस-पड़ोस के लोगों से रात क्ख् बजे तक गुलजार रहने वाले दशाश्वमेघ व अस्सी घाट पर रात के आठ बजे के बाद सियापा छा जा रहा है। पुलिस-पीएससी व डॉग स्क्वॉड की टीम घाटों पर सुबह-शाम चेकिंग अभियान चला रही है। घाटों पर बैठे मिल रहे पर्यटकों की कई बार चेकिंग और इंक्वायरी भी की जा रही है।

गाइड पर पुलिस की नजर

फॉरेन क्लाइंट्स को काशी की गलियों व घाटों से रूबरू कराने वाले गाइड्स पर पुलिस की विशेष नजर है। चेकिंग अभियान में पुलिस ज्यादातर गाइडों को ही निशाने पर ले रही है। आईडी प्रूफ सहित अन्य जानकारियां पुलिस गाइड्स से जुटा रही है। इस लफड़े से बचने व चेकिंग टीम को देखते ही गाइड्स घाट से निकल ले रहे हैं।

घाट के मार्केट भी हुए डाउन

बेसिकली बनारस की पहचान गंगा घाटों से भी जुड़ी हुई है। इसलिए देश विदेश के सैलानी बनारस की खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद करने के लिए यहां पहुंचते हैं। पार्लियामेंट इलेक्शन होने के कारण बनारस से नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल जैसे बिग लीडर्स चुनाव मैदान में हैं तो उनकी सिक्योरिटी को तगड़ी करने के लिए पुलिस शहर भर में चेकिंग अभियान चला रही है। इसमें गंगा घाटों पर ये चेकिंग अभियान कुछ ज्यादा ही चल रहा है। इसके चलते घाट के मार्केट पर भी प्रभाव पड़ रहा है।

पुलिस के चेकिंग अभियान से घाट पर फॉरेनर्स व अन्य सैलानियों की कमी साफ देखने को मिल रही है। हालांकि इलेक्शन के चलते पुलिस सिक्योरिटी परपज से अपना वर्क कर रही हैं जो सही भी है। इससे देर रात तक घाटों पर रुकने वाले जल्द ही घर की ओर निकल ले रहे हैं।

-राहुल सेठ, दशाश्वमेध घाट

फ्रेंड्स के साथ घाटों पर टाइम निकाल कर जाता जरूर हूं। लेकिन इधर कुछ दिनों से पार्लियामेंट इलेक्शन को लेकर घाटों पर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। पुलिस के बार-बार इनक्वायरी और चेकिंग के कारण घाट पर जाना कम कर दिया हूं।

-अंकित मिश्रा, लंका