- ताज की टिकट विंडो पर एएसआई कर्मचारियों और पर्यटकों में नोकझोंक

- संगमरमरी स्मारक का दीदार नहीं कर पाने से मायूस हुए देशी-विदेशी टूरिस्ट

आगरा। 500 और 1000 के नोटों पर बैन ने ताज का दीदार करने पहुंचे पर्यटकों को मायूस लौटा दिया। सबसे अधिक समस्या विदेशी पर्यटकों को हुई। उन्हें समझ ही नहीं आया कि एक दिन पहले तक जिस करेंसी से वे इंडिया में यात्रा कर रहे थे, आखिर क्या हुआ कि अब उसे हर कोई लेने से मना कर रहा है। टिकट विंडो पर पर्यटकों की एएसआई कर्मचारियों से नोकझोंक भी हुई, लेकि न नोट स्वीकार नहीं किए गए।

सुबह से ही वापस लौटने लगे पर्यटक

रोज की तरह ताजमहल का दीदार करने की हसरत लेकर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे। इनमें कई को नोटों पर बैन लगने की जानकारी थी, तो कई अंजान थे। टिकट विंडो खुलते ही पर्यटक कतार में लग गए। टिकट हासिल करने के लिए बड़े नोट कर्मचारी को दिए, लेकिन उसने लेने से मना कर दिया।

500 और 1000 के नोट नहीं लेने पर एएसआई के कर्मचारियों के साथ पर्यटकों की हल्की नोकझोंक भी हुई। कोई कर्मचारियों से मिन्नतें भी करता नजर आया, लेकिन टिकट विंडो पर बड़े नोट स्वीकार नहीं किए गए। ऐसे में ताज की दीदार किए बगैर ही कई पर्यटकों को मायूस वापस जाना पड़ा।

होटल में रुकना ही किया पसंद

दोपहर होते-होते खबर फैली तो पर्यटकों ने ताज की टिकट विंडों तक भी आना मुनासिब नहीं समझा। अधिकांश लोग या तो बाजार घूमने चले गए या होटल में ही रहे। बैंकों के सर्वर पर लोड पड़ने पर कार्ड से पेमेंट की सुविधा भी ठप्प हो गई। पर्यटकों को जरूरत की चीजें जुटाने में मुश्किल होने लगी। असम से आए एक पर्यटक दंपति ने बताया कि वे बुधवार सुबह ही जयपुर से आगरा आए थे। उन्होंने जयपुर में एटीएम से कैश निकाला था। इसमें बड़े नोट निकले। अब यहां न तो ये नोट स्वीकार किए जा रहे हैं और न ही कार्ड से पेमेंट हो पा रही है। होटल्स में भी कोई पेमेंट नहीं हो पा रही, जिससे खाने-पीने की व्यवस्था भी नहीं हो पा रही।