- वर्ष 2016 में खरीदे गए थे दो ट्रैक्टर, साढ़े सात लाख का बजट हुआ था जारी

- आरोप है कि नहीं है ट्रैक्टर को बेचने वाली कंपनी, न ट्रैक्टर का कोई रिकॉर्ड

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- वर्ष ख्0क्म् में खरीदे गए थे दो ट्रैक्टर, साढ़े सात लाख का बजट हुआ था जारी

- आरोप है कि नहीं है ट्रैक्टर को बेचने वाली कंपनी, न ट्रैक्टर का कोई रिकॉर्ड

BAREILLY:

BAREILLY:

नगर निगम में वर्ष ख्0क्म् में ट्रैक्टर खरीद घोटाला उजागर हुआ है। जिसने नगर निगम में पूर्व के वर्षो में हुए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। एक पार्षद द्वारा आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना के जबाव से ट्रैक्टर खरीद में हुई गड़बड़ी का खुलासा हुआ। भ्रष्टाचार के मामले की जानकारी होने पर मेयर डॉ। उमेश गौतम ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने जांच में दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश नगर आयुक्त को ि1दए हैं।

7.ब्ब् लाख में खरीदे दो ट्रैक्टर

वर्ष ख्0क्म् में नगर निगम ने नकटिया स्थित चेतना कॉलोनी के पास स्थित एएचएम कंपनी से दो फार्मर ट्रैक्टर खरीदे। आरोप है कि बोर्ड में प्रस्ताव पास हुए बगैर और सभासदों को बगैर जानकारी दिए ही तत्कालीन मेयर डॉ। आईएस तोमर और नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव ने खरीदारी की प्रक्रिया को अंजाम दिया। दो ट्रैक्टर खरीदने में नगर निगम के राजस्व से करीब 7 लाख ब्ब् हजार रुपए का बजट जारी हो गया। क्0 अप्रैल ख्0क्7 को पूर्व पार्षद मोहम्मद नासिर ने नगर निगम से ट्रैक्टर खरीद के विषय में आरटीआई के तहत सूचना मांगी।

खरीदा एक ट्रैक्टर, बताया दो

तत्कालीन महाप्रबंधक जलनिगम द्वारा दी गई सूचना में बताया गया कि एक ही ट्रैक्टर की खरीद हुई। जिसकी एनओसी नहीं देने पर संबंधित फर्म के खिलाफ थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर में पिछले दिनों फ्भ्7 लीटर पेट्रोल खत्म हो चुका है। जो कि स्वास्थ्य विभाग में पंपिंग मेनटेनेंस के कार्य में लगा हुआ है। हालांकि, जब इसी मामले में नवंबर ख्0क्7 में राज कुमार मेहरोत्रा ने दोनों ट्रैक्टर के बाबत फिर सूचना मांगी तो रिपोर्ट में आरटीओ ऑफिस में रजिस्ट्रेशन, डीजल की खपत और किस विभाग में ट्रैक्टर लगा है इसकी सूचना विभाग नहीं दे सका।

दुकान नहीं तो कहां से खरीदा

मेयर डॉ। उमेश गौतम ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में मेयर डॉ। आईएस तोमर ने बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया है। प्राप्त आरटीआई के तहत जब मामले की छानबीन की गई तो मौके पर दुकान ही नहीं मिली। जहां से ट्रैक्टर खरीदे गए। वहीं, एक ही चेसिस नंबर के दो ट्रैक्टर खरीदे गए जो मुमकिन ही नहीं। जल निगम में इस नंबर के ट्रैक्टर ही नहीं हैं। चेसिस नंबर भी गलत है। मामले की पड़ताल के आदेश दिए हैं। कहा है कि पूर्व के वर्षो में हुए प्रत्येक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। जो भी दोषी मिलेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

पूर्व मेयर के कार्यकाल में नगर निगम में भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। जिसकी परतें खुलना शुरू हो गई हैं। मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जो भी दोषी मिलेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। उमेश गौतम, मेयर