- मौत की सूचना आते ही भड़का व्यापारियों का आक्रोश

- सुबह व्यापारियों ने बंद कराया पीएल शर्मा रोड का बाजार

- मृतक को मुआवजा देने की मांग को लेकर दिया धरना

Meerut : पीएल शर्मा रोड पर दुर्गा प्लाजा में धमाके में घायल हुए पवन की शुक्रवार देर रात इलाज के दौरान दिल्ली में मौत हो गई। पवन की मौत की सूचना जैसे ही व्यापारियों को मिली तो वे आक्रोशित हो गए। बाजार बंद करने के बाद सभी दुर्गा प्लाजा के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने पवन के परिजनों को भ्0 लाख रुपये मुआवजा, पत्नी को सरकारी नौकरी और जिन दुकानदारों का नुकसान हुआ, उन्हें ख्भ्-ख्भ् लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की। इस दौरान व्यापारियों और अधिकारियों में तीखी नोकझोक हो गई। दोपहर को बॉडी आने के बाद ही धरने से व्यापारी उठे।

एकजुट हो गए व्यापारी

पवन की मौत का समाचार आने के बाद ही परिवार के साथ व्यापारी भी गम में डूब गए। दुर्गा मार्केट के सभी व्यापारी एकत्र हो गए और उन्होंने कचहरी पुल तक सबसे पहले पूरा बाजार बंद कराया, इसके बाद दुर्गा प्लाजा के बाहर बीच सड़क पर आकर धरने पर बैठ गए। जिसके बादरास्ता जाम कर दिया, पुलिस ने दोनो ओर से रूट डायवर्ट करा दिया। एएसपी संकल्प शर्मा, एसीएम सदर बाजार राम भरत तिवारी ने व्यापारियों को धरने से उठाने का प्रयास किया लेकिन व्यापारी नहीं माने और उनकी मांग पूरी करने के लिए कहा। अधिकारियों ने मांग पूरी करने में असमर्थता जताई तो व्यापारी क्रोधित हो गए, उन्होंने कहा कि हमें निचले स्तर के अधिकारी से किसी भी प्रकार की कोई वार्ता नहीं करनी है।

क्या डीएम इतनी बड़े हो गए

व्यापारी अपनी मांग पूरी कराने के लिए डीएम को बुलाने की जिद पर अड़े हुए थे, उन्होंने एसीएम और एएसपी से बात करने से साफ इंकार कर दिया था। इस दौरान धरने पर बैठे दुर्गा मार्केट के व्यापारी अतुल शर्मा ने कहा कि क्या डीएम इतने बड़े हो गए है कि वह आम जनता की बात सुनने का उनके पास समय नहीं है। प्रशासन की यह तानाशाही के विरोध में व्यापारी शांत नहीं बैठेंगे। अतुल ने एसीएम से कहा कि डीएम को बुलाओ, हम अपनी मांग डीएम के समक्ष रखेंगे। इस पर राम भरत तिवारी ने डीएम के आने की बात कही। इस दौरान व्यापारियों और अधिकारियों में काफी गहमा गहमी हुई।

डीएम को आना पड़ेगा

धरने पर बैठे विनीत अग्रवाल शारदा ने कहा कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद डीएम मौके पर आना भी उचित नहीं समझ रहे है। यह केवल प्रशासन की लापरवाही है जिसको भाजपा बर्दास्त नहीं करेगी, उन्होंने एसीएम राम भरत तिवारी से कहा कि सपा एजेंटों के रूप में आप काम कर रहे हो, किसी के घर का चिराग बुझ गया लेकिन डीएम आना तक उचित नहीं समझ रहे। इससे दुर्भाग्य पूर्ण बात क्या हो सकती है।

हमें नेतागिरी नहीं करानी

धरने के दौरान भाजपा नेता विनीत अग्रवाल शारदा भी व्यापारियों के धरने में शामिल होने के लिए पहुंच गए, इस दौरान यहां के व्यापारियों ने विनीत अग्रवाल शारदा से कहा कि आप भाजपा के नेता हो, हमें यहां राजनीति नहीं करानी। आप यहां से सीधे चले जाओं। हम अपनी मांग खुद ही प्रशासन के सामने रखेंगे। इस पर विनीत शारदा ने कहा कि वह नेतागीरी नहीं बल्कि हमदर्दी में एक व्यापारी की हैसियत से धरने में शामिल होने के लिए आए है। व्यापारियों का दर्द मेरा दर्द है। व्यापारियों ने इस शर्त पर उन्हें धरने में शामिल किया कि वह पालीटिकल पार्टी का नाम लेकर बयान बाजी नहीं करेंगे।

अध्यक्ष जी, आप चले जाओ

संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता भी धरने पर व्यापारियों की मांग उठाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन नवीन गुप्ता को यहां के व्यापारियों को बैठने नहीं दिया गया। उन्होंने कह दिया कि यहां उन्हें व्यापारी नेताओं की आवश्यकता नहीं है। वह अपनी मांग को मजबूती से प्रशासन के समक्ष रखने में मजबूत है।