रिटर्न कंप्लीट नहीं और शुरू कर दिया सर्वे, सेल्स टैक्स विभाग के सर्वे से व्यापारी परेशान

जीएसटी-आर 3 बी रिटर्न की मांग रहे रिसीविंग, ऑनलाइन पोर्टल पर रिसीविंग की नहीं है सुविधा

ALLAHABAD: जीएसटी पोर्टल काम न करने और पेनाल्टी व लेट फीस के चक्कर में फंसे व्यापारी जहां रिटर्न सबमिट करने के लिए परेशान हैं, वहीं सेल टैक्स डिपार्टमेंट ने व्यापारियों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। विभाग की ओर से व्यापारिक प्रतिष्ठानों का सर्वे किया जा रहा है। इस दौरान व्यापारियों से रिटर्न की रिसीविंग मांगी जा रही है। जबकि व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन पोर्टल में रिसिविंग का आप्शन ही नहीं है।

नए व्यापारियों के यहां पहुंच रहे अधिकारी

जीएसटी लागू होने के बाद जुलाई में जिन व्यापारियों ने नया रजिस्ट्रेशन कराया है, उनके प्रतिष्ठानों का सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट सर्वे करा रहा है

सर्वे के नाम पर व्यापारिक प्रतिष्ठान में पहुंचे अधिकारी व्यापारी से जीएसटी रिटर्न से संबंधित जानकारी ले रहे हैं

सर्वे करने पहुंचे अधिकारी व्यापारियों से पूछ रहे हैं कि जुलाई-अगस्त महीने का रिटर्न भरा है या नहीं।

भरा है तो रिटर्न की कॉपी मांगी जा रही है।

ज्यादातर व्यापारियों के पास रिटर्न की रिसीविंग नहीं है।

आनलाइन रिटर्न भरने के बाद व्यापारियों को कोई रिसीविंग नहीं मिलती।

इसे लेकर अधिकारियों और व्यापारियों में कहासुनी भी हो रही है।

अगर जीएसटी अधिनियम 25 के तहत सर्वे हो रहा है तो आनलाइन सर्वे होना चाहिए। भौतिक सत्यापन के नाम पर कैसा सर्वे। उत्तर प्रदेश सरकार सेंट्रल से हट कर नई व्यवस्था बना रही है, जो व्यापारियों के लिए बड़ी समस्या बन गई है।

संतोष पनामा

संयोजक, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल

व्यापारिक प्रतिष्ठानों का सर्वे नहीं बल्कि नया रजिस्ट्रेशन लेने वाले व्यापारियों की जांच कराई जा रही है। जांच में पता लगाया जा रहा है कि रिटर्न नहीं जमा किया है तो क्या दिक्कत आ रही है। जांच का मकसद व्यापारी को परेशान करना नहीं है।

एपी श्रीवास्तव

ज्वाइंट कमिश्नर, सेल्स टैक्स