डीजीपी के आदेश के बाद भी फाइलों में चल रहा है व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ

व्यापारियों की सुरक्षा के लिए सवा आठ महीने पहले बना था व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ

एएसपी शिवराम यादव है इसके नोडल अधिकारी

Meerut। सीएम योगी आदित्यनाथ व डीजीपी ओपी सिंह के आदेश के बाद भी व्यापारियों के हित के लिए बनाया गया व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ कागजों में ही चल रहा है। सवा आठ महीने बाद भी इसमें एक भी व्यापारियों की समस्या का समाधान नहीं हो सका है। जबकि लगातार व्यापारियों के उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे है।

हर जिले में गठन

गौरतलब है कि 31 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यापारियों की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए हर जिले में व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ का गठन किया था। जिसमें कोतवाली सीओ दिनेश शुक्ला को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया था। पुलिस से संबंधित सभी व्यापारियों के केसों का निस्तारण हो सके। लेकिन इसमें कोई सुनवाई नहीं हो सकी। यह व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ फाइलों में चलता रहा।

एएसपी बने नोडल अधिकारी

गत् 10 फरवरी को मेरठ आए डीजीपी ओपी सिंह ने व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ में सीओ को हटाते हुए एएसपी शिवराम यादव को उसका नोडल अधिकारी बनाया था। लेकिन तीन महीनों में इसमें एक भी व्यापारियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। यह आज भी कागजों में चल रहा है। वहीं, एसएसपी राजेश कुमार पांडे का कहना है कि व्यापारियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा प्रकोष्ठ को शीघ्र ही शुरू करवा ि1दया जाएगा।

नहीं खुल सके ये मामले

केस- 1

19 नवंबर 2017

लोहा कारोबारी सुशील गर्ग की हत्या। अभी तक हत्यारे खुलेआम घूम रहे है।

नतीजा- शून्य

केस- 2

16 अक्टूबर - टीपी नगर में फल मंडी रहसुद्दीन की गोली मारकर हत्या, आरोपी अभी फरार

नतीजा- शून्य

केस- 3

1 फरवरी

सिविल लाइन थानाक्षेत्र की न्यू मोहनपुरी निवासी प्रवीण अरोड़ा और बेटे प्रखर को बदमाशों ने गोली मार दी थी। अभी तक इस केस का खुलासा नहीं हुआ है।

नतीजा शून्य

केस- 4

16 फरवरी

शोरूम मालिक अमरीश चौहान से अमित काला नाम के एक बदमाश ने दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। रुपये न देने पर गोली भी बरसाई थी। केस अभी अनसुलझा है।

नतीजा- शून्य