- व्यापारियों में नहीं दिखा आम बजट से उत्साह

रूद्गद्गह्मह्वह्ल: वित्त मंत्री अरुण जेटली का आम बजट आम आदमी के मन को भा गया, मगर इंडस्ट्री के सपनों पर पानी फेर गया। आम आदमी को कुछ चीजें सस्ती होने से जरूर थोड़ा हौसला बढ़ा, लेकिन इंडस्ट्री के नाम पर कोई खास उत्साह देखने को नहीं मिला है। साफ तौर पर जेटली की मीठी डोज इंडस्ट्री को फीकी लगी।

इंडस्ट्री

आम बजट आम आदमी के लिए बेशक अच्छा है, लेकिन इंडस्ट्री को काफी तकलीफ दे गया। उम्मीद के मुताबिक इंडस्ट्रीज को कुछ हासिल नहीं हुआ। इंडस्ट्री को उम्मीद थी कि गुजरात की तर्ज पर ही देश की इंडस्ट्रीज को सेंट्रलाइज किया जाएगा, जबकि एक्साइज ड्यूटी की लिमिट भी बढ़ा दी जाएगी। साथ ही जिस तरह से किसानों को लोन मिल जाते हैं। इसी तरह से छोटे लोन व्यापारियों को अलग रेट इंट्रेस्ट पर मिलना चाहिए था। इंडस्ट्री के प्रोत्साहन के लिए कुछ कदम नहीं उठाया गया है।

आम आदमी के लिए बेशक बजट लुभावना है, लेकिन इंडस्ट्री को कोई ठोस लाभ नहीं मिला है। बजट में इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए कोई काम नहीं किया गया है।

-संजीव मित्तल, आईआईए चेयरमैन

स्पो‌र्ट्स

इंडस्ट्री में अगर किसी के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है, तो वह है स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्री की। पिछले कुछ सालों से 11 प्रतिशत की एक्साइज डयूटी झेल रही इंडस्ट्री को सरकार ने 2 प्रतिशत की एक्साइज ड्यूटी करके राहत की सांस दी है। इसी वजह से खेल के सामान भी काफी सस्ते हो गए हैं।

इंडस्ट्री के लिए ये बहुत अच्छा हुआ है। इसके लिए सांसद राजेन्द्र अग्रवाल और मोदी सरकार बधाई की पात्र हैं, लेकिन हम एक्साइज ड्यूटी को जीरो परसेंट तक लाने की लड़ाई जारी रखेंगे।

राकेश महाजन चेयरमैन, ऑल इंडिया स्पो‌र्ट्स गुडस मैन्यूफक्चर एसोसिएशन

बुलियन मार्केट

बजट ने जहां आम आदमी को राहत पहुंचाई है। वहीं मेरठ का सर्राफा बाजार जरूर बजट से निराश है। सर्राफा व्यापार इंपोर्ट ड्यूटी कम होने की उम्मीद कर रहा था, जबकि सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी, जो 10 प्रतिशत है, उसमें कोई बदलाव नहीं किया है। जबकि व्यापारियों ने एमसीएक्स पर भी रोक की मांग की थी। सरकार ने बैंक से सोना लेने की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की है। 10 करोड़ रुपए रोज का बिजनेस करने वाले बाजार को जरूर निराशा है।

इस बजट में सर्राफा व्यापारियों को निराशा हाथ लगी है। बजट में उम्मीद थी कि सरकार कुछ इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। साथ ही एमसीएक्स को भी बंद करने पर कोई निर्णय नहीं हुआ।

दिनेश रस्तोगी, महामंत्री सर्राफा व्यापार एसोसिएशन

आम आदमी

मार्केट टीवी, एलसीडी, एलईडी, मोबाइल सस्ते हो गए हैं। इससे बेशक लोगों में खुशी है। लेकिन व्यापारी भी मानते हैं कि इस बजट में व्यापार के लिए कुछ खास नहीं है। पब्लिक में भी इसका कोई खास रिएक्शन नहीं मिला है। जहां तक एलसीडी, एलईडी के सस्ते होने की बात है, तो इसमें 100 से 400 रुपए तक का ही अंतर आ सकता है। आंकड़ों के मुताबिक मेरठ में 10 हजार से ऊपर प्रति महीना मोबाइल, 700 टीवी की रोज बिक जाते हैं।

आम बजट में बिल्कुल मजा नहीं है। व्यापारियों के लिए इसमें कुछ भी खास नहीं था, जिससे सभी को निराशा ही मिली है।

संजय गोयल, व्यापारी

यूथ

यूथ के लिए, खासकर स्पो‌र्ट्स में सरकार ने काफी अच्छे कदम उठाए हैं, जिससे खिलाडि़यों में खुशी है। खेल के सामान जहां सस्ते होने से खिलाडि़यों को फायदा मिलेगा, तो वहीं कई राज्यों में खेल विवि और स्टेडियम बनने से खिलाडि़यों को बढ़ावा मिलेगा।

खिलाडि़यों के लिए सरकार ने जो कदम उठाए हैं, वो काबिले तारीफ हैं। इससे खिलाडि़यों का हौसला बढ़ा है।

अभिनव चौधरी, शूटर