ट्रेडर्स में फैली घबराहट

इस शटडाउन के चलते ट्रेडर्स में घबराहट फैल गई थी. हालांकि इसका असर कुछ चुनिंदा ट्रेउर्स पर पड़ा क्योंकि वे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेंड कर सकते थे. बीएसई पर दोपहर बाद ट्रेंडिंग शुरू हो पायी. इंडेक्स और स्टॉक प्राइस का अपडेट बंद होने पर बीएसई पर ट्रेंडिंग सुबह 9.42 बजे बंद कर दी गई. एक्सचेंज पर ट्रेंडिंग 12.15 तक बंद रखी गई.

मामले की होगी छानबीन

बीएसई के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ आशीष चौहान ने कहा कि उनकी टीम इक्विपमेंट और नेटवर्क टेक्नोलॉजी प्रोवाइडर एचसीएल कॉमनेट और सिस्को के सहयोग से मामले की तह तक जायेगी. इसके बाद इसका एनालिसिस किया जायेगा. फाइनेंस मिनिस्ट्री और सेबी के आफिसर्स ने बीएसई से शटडाउन की डिटेल मांगी है. इस शटडाउन के चलते मार्केट के ओवरऑल वाल्यूम में तेज गिरावट आई. बीएसई का कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट ट्रेंडिंग टर्नओवर 14,000 करोड़ रुपये तक गिर गया. जबकि बुधवार को दोनों सेगमेंट में बीएसई का 55,800 करोड़ का ट्रेंड हुआ था. गुरूवार को एनएसई पर कैश डेरिवेटिव टर्नओवर 1,23,00 करोड़ रुपये रहा जो बुधवार को 1,45,000 करोड़ रुपये था.

ट्रेड आडर्स रहे पेंडिंग

एंजेल ब्रोकिंग के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दिनेश ठक्कर ने कहा,'क्लाइंट्स को कोई ट्रेडिंग लॉस नहीं हुआ है. जो लोग बीएसई पर ट्रेड करते थे उन्होंने गुरूवार को एनएसई पर ट्रेड किया.' बीएसई ने कहा कि नेटवर्क फेल होने से पहले ट्रेड आडर्स पेंडिंग रह गये थे, वे कैंसल हो गये. एसने कहा कि बीएसई ट्रेडिंग और डेटा को नवी मुंबई की डिजास्टर रिकवरी साइट को शिफ्ट करता उसका ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म उससे पहले ही शुरू हो गया. सेंट्रम वेल्थ मैनेजमेंट के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और सीईओ कुंज बंसल ने कहा,'एनएसई पर ट्रेडिंग हो रही थी, इसलिए हमारे किसी क्लाइंट को बीएसई से कोई दिक्कत नहीं हुई.'

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