-इंग्लिशिया लाइन स्थित धर्मशाला चौराहे पर डग्गामार वाहनों की लग रही कतार

-अफसरों के निर्देश के बावजूद मातहत कर रहे मनमानी, ट्रैफिक का हुआ बुरा हाल

-वाहनों की भीड़ में पिसने को मजबूर हो रही है पब्लिक

VARANASI

पब्लिक की सुविधा के लिए बनाई गई कोई व्यवस्था अगर फेल हो जाए तो इसमें किसका दोष माना जाएगा। सिस्टम का, सिस्टम के रखवालों का या खुद जनता का। जवाब कई हैं मगर आखिरकार इससे प्रभावित जनता को ही होना पड़ता है। कुछ ऐसा ही हाल इन दिनों इंग्लिशिया लाइन स्थित नेहरू मार्केट का हो चला है। रूट डायवर्जन से परेशान पब्लिक डग्गामार वाहनों की भीड़ में पिसने को मजबूर हो रही है।

नेहरू मार्केट में सजा स्टैंड

लहरतारा रूट पर कैंट से फ्लाईओवर के नीचे तक हमेशा सैकड़ों मैजिक, जीप और क्रूजर वाहनों की कतार लगी रहती थी। ये वाहन वाराणसी के बार्डर वाले इलाकों और पड़ोसी जिले के लिए सवारियां भरते थे। 15 मई को हादसे के बाद लहरतारा रूट अगले आदेश तक के लिए बंद हुआ तो सवारियां भरने के लिए ये डग्गामार अब नेहरू मार्केट में अड्डा बना चुके हैं। नेहरू मार्केट में लगने वाला बाजार अब इनके इंजनों के शोर और साइलेंसर के धुएं में दफन हो रहा है।

डीएम ने दिये थे हटाने के आदेश

पिछले दिनों फ्लाईओवर का निरीक्षण करने पहुंचे डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने एसपी ट्रैफिक को डग्गामार वाहनों को हटाने और अतिक्रमण से इलाका खाली कराने को कहा था। मगर अगले दिन से ही नेहरू मार्केट में वाहनों की कतार दोबारा लग गई। इसमें अब प्राइवेट वाहन भी खड़े किए जा रहे हैं और नंबर टेकर बाकायदा इन पर पर्चियां लगाकर घंटे के हिसाब से किराया वसूल रहे हैं।

महमूरगंज तक लग रहा जाम

इन्हीं वाहनों के कारण घंटी मिल और महमूरगंज रोड तक जाम के हालात बने रह रहे हैं। आरोप यहां तक है कि यह सब ट्रैफिक पुलिस की शह पर चल रहा है। हर चक्कर में वहां के सिपाहियों को 50 से 70 रुपये तक सुविधा शुल्क दिया जाता है। हालांकि ट्रैफिक के जवान भी इनसे कम त्रस्त नहीं। कई बार रोकटोक पर ये डग्गामार वाहन चालक पुलिस से हाथापाई पर भी आमादा हो जाते हैं।

बॉक्स

रोडवेज भी हुआ बौना, डग्गामार लगा रहे चूना

नियम है कि रोडवेज बस अड्डे के एक किमी के दायरे में किसी प्रकार के प्राइवेट वाहनों का स्टैंड नहीं होगा मगर प्राइवेट वाहन स्वामी धड़ल्ले से नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। रोडवेज बस अड्डे के ठीक सामने डग्गामार पुकार-पुकार कर सवारियां भरते हैं और राजस्व को लंबा चूना लगाते हैं। रोडवेज विभाग के अफसरों ने कई बार कार्रवाई का दम भरा मगर यह जिला प्रशासन से पत्राचार तक ही सीमित रह गया।

आंकड़े

- 500 से ज्यादा डग्गामार वाहन नेहरू मार्केट से भर रहे सवारियां

- 7 हजार से ज्यादा सवारियां भर रहे हर दिन, राजस्व को लगा रहे लाखों का चूना

- 5 किमी दूर महमूरगंज-मंडुवाडीह तक का इलाका दिनभर रह रहा जाम की चपेट में

- इलाके में प्रदूषण भी बढ़ा रहेग्गामार

इलाके में अतिक्रमण हटाने की हिदायत दी गई है। हर क्षेत्र की लाइव मॉनीटरिंग भी की जा रही है। मगर यहां अवैध स्टैंड की कोई शिकायत नहीं मिली है। अवैध स्टैंड की जांच कराकर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सुरेशचंद्र रावत, एसपी ट्रैफिक