-शहर में दिन ब दिन बढ़ती जा रही है जाम की समस्या -शाम को तो सड़क पर चलना हो रहा है मुश्किल -पब्लिक को दो कदम चलने के लिए करनी पड़ रही है जद्दोजहद VARANASI शाम को घर से बाहर निकलने के नाम से शहर के लोगों को ठंड के इस मौसम में पसीने छूट जा रहे हैं। उन्हें पता है कि दो कदम चलने के लिए कितनी जद्दोजहद करनी पड़ेगी। देर तक वाहन का फ्यूल जलाना होगा। न जाने कितना धूल फांकना होगा। वाहनों के तेज हॉर्न के साथ लोगों की चिल्ला-चिल्लहट को बर्दाश्त करना होगा। बनारस का जाम अब नासूर बनता जा रहा है। कोई वक्त और कोई सड़क ऐसी नहीं जब कोई उस पर आराम से सफर कर सके। सबसे खराब हालत तो शाम को होती है। पूरा शहर एक साथ ही जाम हो जाता है। इसकी खबर प्रदेश सरकार को भी लगी है। उन्होंने लोकल एडमिनिस्ट्रेशन से इस बाबत जानकारी मांगी है। बढ़ती जा रही समस्या शहर की सड़कों पर जाम लगने की समस्या कम होने के बजाय दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। पहले तो कुछ इलाका विशेष थे जहां जाम लगता था लेकिन अब यह रोग की तरह पूरे शहर को अपने कब्जे में ले लिया है। सबसे बुरी हालत शाम को होती है। उस वक्त सड़कों पर एक सिरे से दूसरे तक सिर्फ गाडि़यां ही गाडि़यां नजर आती हैं। ऑफिस, स्कूल से लौटने वाले इसमें फंसकर परेशान होते हैं। घूमने-फिरने या मार्केटिंग करने निकले लोग भी जद्दोजहद करते दिखते हैं। इमरजेंसी सर्विस में दौड़ने वाली एम्बुलेंस का हॉर्न बजाना भी बेकार होता है। उसे रास्ता नहीं मिल पाता है। शहर में बिछा गलियों का जाल लोगों के आवागमन में मदद करता है लेकिन जैसे ही सड़क से भागी भीड़ इसमें दाखिल होती है तो यह भी उलझ जाती है। तब हालत यह होती है कि एक-दो किलोमीटर की दूरी तय करने में एक-दो घंटे लग जाते हैं। हर तरफ है समस्या -शहर की सड़कों को खोदकर किया जा रहे विकास कार्य टै्रफिक के लिए बड़ी मुसीबत बन रहे हैं -शाम के वक्त ऑफिस, स्कूल आदि से लौटने वालों की भीड़ एक साथ रोड पर आती है तो अनकंट्रोल हो जाती है -सोनारपुरा से गोदौैलिया तक जाम लगने की वजह बेतरतीब सड़क किनारे खड़े टूरिस्ट्स को सैर कराने वाले वाहन, ई-रिक्शा, ऑटो और रिक्शा हैं -गिरजाघर से चेतगंज तक टै्रफिक कछुआ के चाल से भी धीमे चलने की वजह सड़क पर ठेला-खोमचे वालों का कब्जा है -चौक से मैदागिन तक वाहनों की अवैध पार्किग जाम का बड़ा कारण बनती है -भेलूपुर से रथयात्रा के बीच अक्सर वनवे में वाहनों के घुस आने से लगता है जाम -सिगरा-महमूरगंज एरिया में मौजूद ढेरों लॉन के बाहर वाहनों की भीड़ की वजह से चलने के लिए रास्ता नहीं बचता -मलदहिया-तेलियाबाग, अंधरापुल में बड़े वाहन जाम लगाते हैं -पांडेयपुर, पहडि़या, सारनाथ में बड़े वाहनों का आवागमन रात को भी जाम से राहत लेने नहीं देता ऐसे मिल सकती है निजात -शहर में सड़कों की खुदाई रात में करके काम किया जाए और सुबह तक उसे चलने लायक बना दिया जाए -सड़कों पर किसी तरह का अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए -जगह-जगह पार्किग स्थल बनाकर वाहनों को वहां पार्क करने का इंतजाम किया जाए -ठेला-खुमचा वालों को रोड से हटाकर उनके लिए कोई जगह निर्धारित की जाए -सड़कों पर बने कट को बंद करके वन के नियम पर सख्ती हो -शाम के वक्त बढ़ने वाली भीड़ को कंट्रोल करने के लिए टै्रफिक पुलिस के साथ सिविल पुलिस के जवानों को तैनात किया जाए शहर में जाम की समस्या को दूर करने के लिए जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। जो फ्लाईओवर बन रहे हैं उनके कम्प्लीट हो जाने के बाद समस्या काफी कम हो जाएगी। योगेश्वर राम मिश्र, डीएम