- जाम को लेकर शहर के अलग-अलग इलाकों में अब ये दिक्कत हो चुकी है स्थाई, लोगों की नासमझी संग ट्रैफिक पुलिस की अनदेखी बढ़ा रही है परेशानी
- हर वक्त जाम में जकड़ा रहता है शहर का अलग-अलग इलाका, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक होते हैं परेशान
1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ
1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब
शहर बनारस जिसे स्मार्ट सिटी बनाने की न जाने क्या-क्या कवायद चल रही है। कही पुल बन रहा है तो कहीं फ्लाईओवर, बिजली का तार अंडरग्राउंड हो रहा है तो कही एलपीजी को पाइप के जरिये घर-घर पहुंचाने की तैयारी चल रही है। लेकिन शहर के ट्रैफिक जाम को कोई खत्म नहीं कर पा रहा है। हाल ये है कि पहले जाम से जूझ रहे शहर के कई इलाकों को इसे मुक्ति दिलाने के प्रयास में ट्रैफिक पुलिस कुछ हद तक तो सक्सेस हुई लेकिन कुछ ऐसे इलाके भी डेवलप हो चुके हैं, जहां जाम अब आम हो गया है। हाल ये है कि कल तक शहर भर में दिखने वाला जाम अब अलग अलग पॉकेट में लगने लगा है। शॉक्ड करने वाली बात तो ये है कि हर पल इन पॉकेट में लग रहे जाम के कारणों से हर कोई इत्तेफाक रखता है लेकिन न जाने क्यों इसे दूर करने की कोशिश नहीं कर रहा।
हर बार क्यों हो रहे फेल?
ये सवाल बहुत बड़ा है कि शहर के चौक, गोदौलिया, मैदागिन, कबीरचौरा, लोहामंडी, अंधरापुल, कैंट, इंग्लिशिया लाइन, कमच्छा और लंका समेत अन्य घनी आबादी वाले इलाकों को जाम से फ्री करने में ट्रैफिक पुलिस फेल क्यों हो रही है। ऐसा नहीं है कि इन इलाकों में लगने वाले जाम की वजहों को तलाश कर इन्हे दूर करने का प्रयास नहीं किया गया लेकिन इसके बाद भी इसे दूर नहीं किया जा सका। हाल ये है कि अतिक्रमण हटाने से लेकर सड़कों को चौड़ा करने और गाडि़यों की अवैध पार्किंग को रोकने के लिए तमाम उपाय तक हुए लेकिन हुआ कुछ नहीं। हाल ये है कि इन इलाकों में जाम कम होने की जगह बढ़ता जा रहा है। हाल ये है कि स्कूलों से लौटने वाले बच्चे जहां घंटों-घंटों जाम में फंसे रहते हैं, वहीं बुजुर्ग और बीमार इसके कारण और बीमार हो रहे हैं।
जाम की वजहें पता लेकिन
- चौराहों पर अवैध ई रिक्शा और ऑटो पार्किंग
- सड़क पर चारों तरफ फैला अतिक्रमण
- दुकानों के बाहर बेतरतीब ढंग से खड़े वाहन
- ठेले-खोमचे और गुमटी वालों की मनमानी
- संकरी सड़कों के बीच में बने बड़े-बड़े चौराहे
- चालकों द्वारा ट्रैफिक नियमों की अनदेखी
जाम के पाइंट
- चौक
- बुलानाला
- मैदागिन
- लोहटिया
- कबीरचौरा
- पियरी
- नई सड़क
- बेनियाबाग
- गोदौलिया
- गिरजाघर
- गुरुबाग
- कमच्छा
- लंका
- सुन्दरपुर
- मंडुवाडीह
- नदेसर मस्जिद
- पाण्डेयपुर फ्लाईओवर
- कालीमंदिर पाण्डेयपुर
- नक्खीघाट