ट्रैफिक पुलिस हाइवे पर खड़ी होकर काट रही है चालान, दिन भर जाम से जूझता रहा शहर
Meerut। शहरवासियों को यातायात नियमों के प्रति जागरुक करने और शहर को जाममुक्त करने के लिए चलाए जा रहे यातायात माह की जिम्मेदारी अब होमगार्ड्स के कंधों पर आ गई है। जबकि यातायात माह की जिम्मेदारी संभालने वाली ट्रैफिक पुलिस बाईपास पर लोगों के चालान काटने में मशगूल है और शहर जाम से जूझने पर। इस पर एसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेई का कहना है कि ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए होमगार्ड्स को लगाया गया है।
तीन टीआई व दो इंस्पेक्टर
शहर को जाममुक्त करने के लिए शासन ने ट्रैफिक पुलिस में दो सीओ, तीन टीआई व दो टीएसआई तैनात किए हैं। साथ ही 30 ट्रेमों बाइक व 20 एंजिल पुलिस भी इसमें शामिल हैं। बावजूद इसके शहर जाम से जूझने पर मजबूर है।
मोदीपुरम से मोहिउद्दीनप़ुर तक
अगर आप को ट्रैफिक पुलिस को ढूंढना हो तो वह आपको मोदीपुरम बाईपास हाइवे, कंकर खेड़ा हाइवे, माल रोड स्थित कंपनी गार्डन के पास, मवाना रोड ग्रास फार्म के पास, दिल्ली रोडवेज के पास लोगों की बड़ी गाडि़यों की चेकिंग करते हुए मिल जाएगी। इन ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों को शहर में लगने वाले जाम से कोई मतलब नहीं होता। मतलब साफ है कि हाइवे पर नो एंट्री में बड़े ट्रक व हरियाणा नंबर की गाडि़यां निकलती हैं, जो वह इनके लिए बड़ा शिकार होती हैं।
शहर में यातायात माह
1 नवंबर को एडीजी प्रशांत कुमार ने शहर में यातायात माह का शुभारंभ किया था। जिसमें जनजागरूकता रैली भी निकाली गई थी बावजूद इसके शहर और शहरवासी जाम से त्रस्त हैं।
सड़क हादसे में मौत
शहर में सड़क हादसे में होनी वाली मौतों के आंकड़े बेहद चौकाने वाले हैं।
ट्रैफिक विभाग के आंकड़ों के अनुसार गत 1 जनवरी से 31 अक्टूबर 2018 तक 827 सड़क हादसे हुए है।
इन सड़क हादसों में 349 लोग मौत के मुंह में समा चुके है।
इन सड़क हादसों में 592 लोग अब तक घायल हो चुके हैं।
2958 - 1 से 12 नवंबर तक काटे गए चालान
1108 - सिर्फ हेलमेट के काटे गए चालान
2,43,800- जुर्माना वसूला गया
आंकड़े बोलते हैं
सड़क हादसे मृतक घायल
2016 814 342 662
2017 860 347 685
2018 827 349 592