KANPUR: आपने अभी तक कई तरह के फर्जीवाड़े देखे और सुने होंगे, लेकिन आज हम ऐसा फर्जीवाड़ा बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। हो सकता है कि आप भी इस फर्जीवाड़े का शिकार हो चुके हों। ये फर्जीवाड़ा और कोई नहीं, बल्कि ट्रैफिक पुलिस कर रही थी वो भी खुलेआम सड़कों पर। इस फर्जीवाड़े को पुलिस के ही एक आला ऑफिसर ने पकड़ा है। जिससे पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया है।

सरकारी के साथ निजी 'टारगेट' भी

सिटी की रोड्स या चौराहे पर ट्रैफिक नियम का उल्लंघन या वाहन चेकिंग के दौरान कोई भी पेपर कम पाए जाने पर चालान काटने का नियम है। जिसके लिए डिपार्टमेंट से सरकारी चालान बुक इश्यू होती है। इसी नियम की आड़ में ट्रैफिक पुलिस फर्जीवाड़ा कर रही थी। ट्रैफिक पुलिस वाहन चेकिंग और नियम के उल्लंघन के नाम पर गाड़ी मालिक का फर्जी चालान काट रही थी। जिसके लिए उन लोगों ने फर्जी चालान बुक भी बना ली थी। यह चालान बुक डिपार्टमेंट के हर कांस्टेबल पास रहती थी। वे किसी भी गाड़ी को पकड़ने पर सरकारी चालान काटने के बजाय फर्जी चालान बुक से चालान काटते थे, ताकि चालान की रकम उनकी जेब में जा सके। सोर्सेज के मुताबिक इस फर्जीवाड़े के बारे में नीचे से ऊपर तक के सभी ऑफिसर्स को पता था, लेकिन मोटी कमाई के लालच में किसी ने कोई कदम नहीं उठाया

इस तरह खुला खेल

पिछले सैटरडे को एक आला ऑफिसर अचानक ट्रैफिक पुलिस लाइन निरीक्षण करने पहुंच गए। उन्होंने वहां पर वह सरकारी चालान बुक के अलावा एक और चालान बुक देखकर चौंक गए। उन्होंने दोनों चालान बुक को देखा, तो पता चला कि उसमें से एक फर्जी है। यह यलो कलर की चालान बुक थी। उन्होंने बुक के बारे में कांस्टेब्लस से पूछा, तो वह पहले बहाने बहाने लगा, लेकिन सख्ती करने पर सारी सच्चाई बयां कर दी। जिसके बाद उन्होंने इस फर्जीवाड़े को तत्काल रोकने का आदेश दिया।

हर महीने होती थी लाखों की कमाई

ट्रैफिक पुलिस नियम का उल्लंघन करने पर चालान काटती है। जुर्माने के रूप में हर महीने सरकार को लाखों रुपए का राजस्व मिलता है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस फर्जी चालान काटकर हर महीने खुद के लिए भी राजस्व वसूल रही थी। वे सरकारी टारगेट पूरा करने के साथ ही अपना टारगेट भी पूरा करते थे। सोर्सेज के मुताबिक वे हर महीने मिलकर लाखों रुपए अपने लिए वसूलते थे। जिसे डिपार्टमेंट में नीचे से लेकर ऊपर तक सभी ऑफिसर्स को पहुंचाया जाता था। यह खेल सालों से चल रहा था।

कांस्टेबल्स भी कर देते थे चालान

मोटर व्हीकल एक्ट में ट्रैफिक पुलिस का काम ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने का है। इसमें सब इंस्पेक्टर रैंक के ऊपर के ऑफिसर्स को किसी भी गाड़ी के पेपर चेक करने और चालान काटने का अधिकार है, लेकिन यहां पर ट्रैफिक पुलिस ने मोटी कमाई के लालच में सारे नियमों को ताक पर रख दिया। यहां कांस्टेबल्स तक किसी भी गाड़ी को रोककर चेकिंग करने लगते हैं और नियम का उल्लंघन के नाम पर चालान भी काट देते हैं।

इन नियमों के नाम पर काटते है चालान

बिना हेलमेट

बिना सीटबेल्ट

सेलफोन यूज

नो पार्किग

स्पीड राडार

ब्रीथ एनलाइजर

तीन सवारी

दोष पूर्ण नम्बर प्लेट

ओवर लोड

पाल्यूशन

स्टॉप संकेत

प्रेशर हार्न

नीली, लाल बत्ती

नो एन्ट्री

वनवे

बिना वर्दी