- ओवर ब्रिज के तैयार होते ही बेली रोड पर बढ़ेगी रफ्तार

- इनकम टैक्स पर सबसे अधिक जाम लगने का बन रहा है चांस

- राम गुलाम चौक से न्यू डाकबंगला आना होगा आसान लेकिन आगे जंक्शन के पास होगी परेशानी

- नए ट्रैफिक रूल्स या फिर लाइट वे ट्रैफिक का नहीं है कोई अरेंजमेंट

PATNA : बेली रोड पर लगभग काम पूरा हो चुका है। रामगुलाम चौराहा से लेकर न्यू डाकबंगला पर ओवर ब्रिज का काम लगभग पूरा हो गया है। न्यू डाकबंगला चौराहा पर पाइलिंग का काम चल रहा है। उम्मीद जतायी जा रही है कि इन दोनों जगहों पर अप्रैल से परिचालन लगभग शुरू कर दिया जाएगा। डेढ़ लाख की ट्रैफिक हर दिन इन ओवर ब्रिज से होकर पटना शहर की ओर आगे बढ़ेगी, लेकिन इस ट्रैफिक की रफ्तार को आगे तक बनाने के लिए फिलहाल कोई काम शुरू नहीं हो पाया है। नतीजा यह होगा कि बढ़ते ट्रैफिक को कंट्रोल कर पाने की दिशा में अब तक होम वर्क नहीं हो पाया है। ट्रैफिक के जानकार व पूर्व ट्रैफिक एसपी श्रीधर मंडल ने बताया कि आगे के ट्रैफिक मूवमेंट की दिशा पर भी फोकस करना चाहिए। क्योंकि जिस रफ्तार से ट्रैफिक आगे बढ़ेगी, वो उसी रफ्तार से आगे भी जाएगी और आगे जाम लगने से परेशानी दुगुनी बढ़ जाती है।

पुनाईचक, हड़ताली मोड़, इनकम टैक्स, तारामंडल से गुजरना हुआ मुश्किल

ट्रैफिक पर काम कर रहे एनआईटी के प्रोफेसर संजीव कुमार ने बताया कि बेली रोड पर सगुना मोड़ से लेकर जेडी वीमेंस कॉलेज तक की ट्रैफिक तो तेज हो जाएगी। लेकिन इसके बाद भी हालत खराब हो रहेगी क्योंकि इसके बाद अचानक से सड़क पर ट्रैफिक का प्रेशर बढ़ जाएगा और उसे संभालने के लिए तकनीकी रूप से काम नहीं किया जा रहा है। क्योंकि ब्रिज के नीचे और ऊपर दोनों ही जगहों से आने वाली ट्रैफिक का असर दिखना शुरू हो जाएगा। इसका असर पुनाईचक, हड़ताली मोड़, इनकम टैक्स, तारामंडल, कोतवाली थाना, डाकबंगला, न्यू डाकबंगला तक देखने को मिलेगा। इस दौरान घंटों जाम में रहना पड़ सकता है। ऐसे में इन जगहों की ट्रैफिक अरेंजमेंट पर खासा ध्यान देने की जरूरत है।

लेन की चौड़ाई पर भी हो काम

ओवर ब्रिज बनाकर आप ट्रैफिक को डायवर्ट कर रहे हैं। कंट्रोल नहीं कर पा रहे है। जहां भी एक साथ लोग बढ़ेंगे जाम लगनी शुरू हो जाएगी। ऐसे में बेली रोड, जंक्शन गोलंबर, रामगुलाम चौराहा पर बनने वाली ओवर ब्रिज के साथ ही उसके आगे कनेक्टिंग सड़कों की चौड़ाई पर भी काम करने की जरूरत है। ताकि किसी भी तरह की परेशानी और जाम से निजात मिल पाए। इस संबंध में ट्रैफिक एसपी पीके दास ने बताया कि जितनी ट्रैफिक के लिए जगह मिलेगी, उसी हिसाब से रफ्तार को आगे बढ़ाया जाएगा। ओवर ब्रिज के बनने के बाद से रफ्तार बढ़ेगी मगर उसे कंट्रोल करने की दिशा में भी लगातार काम किया जाएगा।

पुरानी गलती से लें सीख

जीपीओ गोलंबर के बनने के बाद जाम ने रुलाया

जीपीओ गोलंबर बनने के बाद दूरी तो कम हुई है मगर दोनों तरफ की ट्रैफिक को कंट्रोल कर पाना बहुत बड़ी समस्या है। यही हाल करबिगहिया तरफ की भी है। वहीं राजेंद्र नगर के रहने वाले मनीष कुमार ने बताया कि कई साल पुराना राजेंद्र नगर ओवर ब्रिज के बनने के बाद भी इस एरिया के लोगों को जाम से छुटकारा नहीं मिल पाया है। नतीजा यह हो गया कि ओवर ब्रिज के नीचे कंकड़बाग की ओर उतरते ही चौराहे पर दोनों तरफ जाम लगा रहता है। इसे फिलहाल कंट्रोल नहीं किया गया है। इस वजह से भीषण परेशानी का सामाना करना पड़ रहा है।