टूट गयी सिग्नल लाइट

-एक साल पहले सिटी के अंधरापुल, चौकाघाट, मलदहिया, कचहरी समेत एक दर्जन चौराहों पर टै्रफिक सिग्नल लगाये गये

-ये बेहद एडवांस सिस्टम इलेक्ट्रिक और सोलर एनर्जी से चलने वाले थे

-शुरू के कुछ दिन यह अपनी मर्जी से चलते रहे

-तीन महीने पहले एसएसपी ने इन्हें बंद करा दिया

-सिग्नल तो नहीं चालू हुआ लेकिन पोल पर टंगे सिग्नल टूटने लगे हैै

-तेलियाबाग, कैंट, गोदौलिया आदि पर सिग्नल लाइट्स टूट गए हैं

नजर नहीं आ रही जेब्रा लाइन

-हर चौराहे के आगे जेब्रा लाइन बनायी गयी

-इसका ऐम टै्रफिक के दौरान व्हीकल्स को जेब्रा लाइन के पहले रोकना था

-कुछ दिनों तक इस पर काफी सख्ती रही

-होमगार्ड के जवान टै्रफिक को जेब्रा लाइन के आगे किसी को नहीं जाने देते थे

-वक्त बीता और जेब्रा लाइन के नियम पर किसी का ध्यान नहीं रहा

-अब जेब्रा लाइन भी नजर नहीं आती है। जिसकी मर्जी जहां तक अपने व्हीकल को लेकर चला जाता है।

गुम हो गये गोलार्ड कोन

-सिटी की तमाम रोड्स पर डिवाइडर नहीं हैं

-इसका फायदा उठाते हुये लोग जिधर से चाहे आते और जाते थे

-इसे रोकने के लिये टै्रफिक पुलिस ने लहुराबीर, कबीरचौरा, इंग्लिशिया लाइन, कैंट स्टेशन समेत दो दर्जन से अधिक रोड्स पर गोलार्ड कोन लगा दिया

-गोलार्ड कोन को प्लास्टिक की चेन से बांधा गया

-एक-दो महीने तक सब कुछ ठीक रहा

-सबसे पहले प्लास्टिक चेन गायब हुई फिर गोलार्ड कोन गायब हो गये

-अब कहीं-कहीं गोलार्ड कोन रस्सी से बंधे नजर आते हैं

-अब सब पहले की तरह आते-जाते हैं।

बदहाल हैं बैरियर

-जिन प्लेसेज पर गोलार्ड कोन से काम चलने वाला नहीं था वहां पर बैरियर लगाया गया

-कचहरी, पुलिस लाइन, लहुराबीर, कबीरचौरा, गोदौलिया, सिगरा समेत कई प्लेस पर इन्हें लगाया गया

-लोहे की भारी-भरकम बैरियर से पार होकर दूसरे लेन तक जाना बेहद मुश्किल था

-छुïट्टा पशुओं और हैवी व्हीकल की मार से बैरियर टूट गये

-टूटी-फूटी बैरियर अब टै्रफिक के लिये प्रॉब्लम बन गये हैं

पïिट्टयों का कहीं पता नहीं

-सिटी की सबसे बड़ी प्रॉब्लम पार्किंग की है

-रोड साइड गाडिय़ों को खड़ा करना लोगों की मजबूरी है

-व्हीकल बेतरतीब खड़े न हों इसके लिये पूरी सिटी में रोड साइड में व्हाईट लाइन मार्किंग की गयी

-रूल बना कि व्हीकल लाइन के अंदर खड़ी होनी चाहिये। बाहर रहीं तो चालान होगा

-कुछ गाडिय़ों का चालान भी हुआ

-कुछ दिनों बाद न तो इस बात का ध्यान टै्रफिक पुलिस को रहा और न ही पब्लिक को

नहीं नजर आ रहे ऑटो स्टैण्ड

-पांच हजार लीगल और पांच हजार इललीगल ऑटो की बेलगाम बाढ़ टै्रफिक के लिये सबसे बड़ी प्रॉब्लम है

-हर आधे किलोमीटर पर ऑटो स्टैण्ड बना हुया है जो रोड के एक बड़े हिस्से को घेरे हुये है

-ऑटो स्टैण्ड को लिमिटेड करने के  लिये गोदौलिया, कचहरी, कैंट, लंका समेत दस स्थान निर्धारित किये गये

-यलो लाइन से इनकी सीमा बनायी जाना तय किया गया

-यह प्लैन कामयाब नहीं हो सका और ऑटो बेलगाम ही रहे

व्हील क्लैम्प ने किया कबाड़ा

-रोड साइड व्हीकल खड़ी कर टै्रफिक जाम करने वालों पर लगाम के लिये टै्रफिक पुलिस ने व्हील क्लैम्प लगाने का उपाय खोजा

-टै्रफिक पुलिस ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर व्हील क्लैम्प लगाने की मुहिम छेड़ दी

-व्हील क्लैम्प लगे हर व्हीकल से पांच सौ रुपये फाइन वसूला जाने लगा

-व्हील क्लैम्प लगाने का तरीका वसूली का तरीका बन गया

-इससे बचने के लिये टै्रफिक पुलिस अब व्हील क्लैम्प से बचने लगी है