7506 दोपहिया चालकों के खिलाफ नवंबर में हेलमेट नहीं होने पर चालान की कार्रवाई की गई

बिना हेलमेट दौड़ा रहे वाहन, ट्रैफिक पुलिस की निष्क्रियता से बढ़ा लोगों का हौसला

ALLAHABAD: सड़क पर चलते समय ट्रैफिक रूल्स को फालो करने के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जाता है। इसके बाद भी लोगों पर कोई खास असर नहीं दिखता। यहां तक की ट्रैफिक रूल्स को फालो कराने की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है, वे भी इस ओर कम ही ध्यान देते हैं। सिटी में सड़क पर ऐसी स्थिति साफ देखी जा सकती है। लोग सड़कों पर बिना हेलमेट वाहन दौड़ा रहे हैं और उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है। शहर में दोपहिया वाहन चालकों के हेलमेट को लेकर जागरूकता की जांच के लिए मंगलवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शहर के कई इलाकों के साथ प्रमुख चौराहों का जायजा लिया। क्या रही स्थिति आप खुद देख लें

धोबी घाट चौराहा

यहां पर लगे सिगनल के पास ट्रैफिक के दो सिपाही दिखे। यहां सड़क से गुजरने वाले 100 में 80 प्रतिशत लोग बिना हेलमेट के दो पहिया वाहनों को चलाते हुए दिखे। दोनों सिपाही ट्रैफिक रूल्स फॉलो कराने से ज्यादा अपनी ही मस्ती में दिखे। जब उनसे हेलमेट को लेकर कार्रवाई की बात पर सवाल किया गया तो बोले, कहां तक रोकें। वह देखिए तीन सवारी भी बैठे हुए हैं। आखिर कब तक लोगों को समझाएं और कितना समझाएं। जब कोई सुनने को तैयार ही नहीं है।

एकलव्य चौराहा

एकलव्य चौराहे पर भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। सिग्नल फॉलो कराने के लिए तो ट्रैफिक के सिपाही सक्रिय दिखे, लेकिन हेलमेट को लेकर उनमें भी कोई सक्रियता नहीं दिखी। उनकी आंखों के सामने लोग बिना हेलमेट के ही टू व्हीलर दौड़ाते दिखे।

अलोपीबाग चौराहा

यहां भी शहर के दूसरे हिस्सों जैसा ही नजारा देखने को मिला। चौराहे पर ट्रैफिक के सिपाही तो दिखे, लेकिन यातायात नियमों का पालन कराने को लेकर उनमें सक्रियता नहीं दिखी। ट्रैफिक के सिपाही आपस में बात करने में ही ज्यादा मशगूल दिखे।

बैरहना चौराहा

इस चौराहे का हाल भी दूसरे चौराहों जैसा ही दिखा। बैरहना पुलिस चौकी के पास खड़े ट्रैफिक के सिपाही सिग्नल को फॉलों कराने में सक्रियता बरत रहे थे। बाकी चीजों से उनसे कोई मतलब नहीं दिखा।

यातायात माह में जबरदस्त अभियान

शहर के चौराहों पर ये हाल तब है जब अभी पिछले शहर में जोरदार तरीके से यातायात माह मनाया गया। लोगों को ट्रैफिक नियमों के साथ हेलमेट जरूर पहनने की हिदायत दी गई थी। हजारों लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। लेकिन नवंबर का महीना बीतते ही पुलिस एकदम से शांत हो गई।

सिटी में कई प्रमुख मार्गो पर वर्क चल रहा है। इसके कारण सिटी में ट्रैफिक को नियंत्रित करके सुचारू ढंग से संचालित करना सबसे बड़ा टास्क है। इस समय उसी पर अधिक फोकस किया जा रहा है। स्थिति सामान्य होने के बाद अभियान चलाया जाएगा।

कुलदीप सिंह, एसपी ट्रैफिक