RANCHI: लालपुर चौक, मिशन चौक पुरुलिया रोड, सरकुलर रोड में आए दिन जाम से लोग परेशान हैं। ट्रैफिक पुलिस लाख कोशिशों के बावजूद शहर को जाम से छुटकारा दिलाने में फेल साबित हो रही है। कोई वाहन चालकों को दोष दे रहा है, तो कोई पुलिस प्रशासन को कोस रहा है। ऐसे में आखिर जाम की मुख्य वजहों को जानने के लिए दैनिक जाकरण आई नेक्स्ट की टीम ने लाइव रिपोर्टिग की।

स्पॉट 1: लालपुर चौक

टाइम: 9.00 बजे

लालपुर चौक स्थित उदय मिष्ठान्न भंडार के पास राजमिस्त्री और मजदूरों की भीड़ लगी है। बाइक और ऑटो सरपट दौड़ रहे हैं। देखते- देखते जाम लग गया। एक ओर नाली निर्माण के कारण सड़क संकरी हो गई है, वहीं लेबर रोड पर ही बैठ गए हैं। इसी बीच कांटा टोली चौक और कचहरी चौक की ओर से आने वाली सिटी बस लगती है। यहां ट्रैफिक पोस्ट में पुलिस नजर नहीं आ रही है। हां, दो पुलिसकर्मी सामने वाली पान दुकान के पास खड़े होकर बातचीत कर रहे हैं। ऐसे में भला जाम क्यों नहीं लगेगा।

स्पॉट-2 : मिशन चौक, पुरुलिया रोड

टाइम: दिन के 12.45 बजे

ट्रैफिक पुलिस के एक एएसआई के साथ चार सिपाही आधी सड़क घेरकर ऑटो-टेंपो चालकों को हटाने में जुटे हैं। हाथ में फाइन बुक थामे, अरे, हटो-हटो, आगे बढ़ाओ, टेंपो पर डंडे से मारकर सड़क के एक छोर से थड़पखना की ओर गाड़ी घुमा रहे चालकों को रोकने के लिए आगे बढ़ गए। मिशन चौक पर सड़क के दोनों ओर एक-एक जवान हाथ में डंडा थामे खड़े हैं। स्टेशन रोड, चुटिया से कांटाटोली और आगे जाने वाले वाहनों को बहूबाजार से कर्बला चौक होकर मिशन चौक की ओर भेजा गया। वाहनों के चौक पर पहुंचते ही जाम शुरू हो गया। इसी बीच पुरुलिया रोड में सेंट जॉन्स स्कूल, उर्सुलाइन कॉन्वेंट और सेंट अन्ना स्कूल में छुट्टी हो गई। बच्चों की भीड़ सड़क पर जहां-तहां खडे वाहनों के बीच से आगे निकल रही थी। सड़क पर वाहन इस कदर खडे़ हैं कि बच्चों को नाली से भी होकर निकलना पड़ रहा है। दर्जनभर स्कूली बसें दोपहर एक बजे के बाद जाम में फंसी रहीं। मिशन चौक के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने में अमूमन 20 से 25 मिनट तक लग रहे हैं। चौक के पास वाहन घुमाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने से स्थिति और खराब हो है। पुरुलिया रोड में पुल तक, कर्बला चौक रोड में गुदड़ी चौक और थड़पखना रोड में प्लाजा चौक तक जाम लगा है। उधर, दोपहर के बाद चर्च रोड की स्थिति भी खस्ताहाल हो गई।

स्पॉट-3: सरकुलर रोड

टाइम: 2.20 बजे

सरकुलर रोड अक्सर जाम रहता है। यहां इंस्टीट्यूट्स और वीमेंस कॉलेज के कारण काफी भीड़ रहती है। इस रोड में ट्रैफिक पुलिस भी काफी संख्या में तैनात हैं, लेकिन कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। गाडि़यां रेंगती नजर आ रही हैं। स्टूडेंट्स पैदल सरकते जा रहे हैं। जेल चौक से वीमेंस कॉलेज तक रोड में दोनों साइड ऑटो खड़े हैं। हर जगह रुक रुक कर ऑटो वाले सवारी उतार-चढ़ा रहे हैं। लेकिन, पुलिस कहीं दिख नहीं रही है और सवारी गाडि़यां ट्रैफिक रूल्स तोड़ते बेफिक्र होकर दौड़ रही हैं। कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है।

क्या कहते है पुलिस

लोगों की मानसिकता बदलना सबसे कठिन काम है। कभी उन्हें यमराज तो कभी नारद तो कभी फूल देकर इस बात का अहसास कराया जाता है। एैसे में आम लोग उनसे इंट्रैक्ट करने में सहज महसूस कर रहे हैं। स्कूलों, क्लबों आदि में भी जागरूकता पैदा करने के लिए सेमिनार किए जा रहे हैं।

-संजय रंजन सिंह, ट्रैफिक एसपी, रांची

क्या हैं जाम की वजह

रोडपर पोल

सड़क पर पोल रहने से कई बार जाम का दंश झेलना पड़ता है। प्रशासन को चाहिए कि वे इन पोलों को बीच रोड से हटाए, ताकि लोगों को आसानी हो और यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चले।

भारी वाहनों की एंट्री

शहर में भारी वाहनों के घुसते ही सभी चौक-चौराहों पर जाम लगना शुरू हो जाता है। जाम से निपटने के लिए प्रशासन ने प्रयास भी किया, परंतु वो कामयाब नहीं हुआ। हकीकत तो यह है कि कर्बला चौक से चर्च रोड जाने वाले वाहनों के लिए फिलहाल प्रशासन को बेहतर विकल्प नहीं मिल रहा है।

क्या हो सकता है उपाय

जाम के कारण स्कूली वाहन व एंबुलेंस घंटों फंसी रहती हैं। स्कूली बसें देरी से स्कूलों में पहुंचती है और नौकरीपेशा लोग देरी से अपने काम पर पहुंचते हैं। प्रशासन को दिन में भारी वाहनों के शहर में प्रवेश पर रोक लगा देनी चाहिए। या फिर दूसरी सड़क बनाकर रास्ता निकालना चाहिए।