- भीषण गर्मी में मासूम बेटे की परेशानी देख छटपटा उठा मां की ममता

- ट्यूजडे को नामिनेशन के जाम में फिर सामने आयी पब्लिक की लाचारी

ALLAHABAD: जब बीस मिनट का समय दो घंटे में भी पूरा होता नहीं दिखा। तपती धूप और लंबे जाम ने जब गोद में पड़े छह माह के बेटे को व्याकुल कर दिया तो मां की ममता तड़प उठी। गाड़ी में बैठे बैठे ही आवाज लगाने लगी प्लीज थोड़ा रास्ता दे दो, बच्चा बहुत रो रहा है। लेकिन सुनने वाले भी क्या करते मजबूर थे। उनके आगे भी कई वाहन लगे थे जो हिलने का नाम नहीं ले रहे थे। यह नजारा था ट्यूजडे को गऊघाट पुल पर लगे लंबे जाम का। नामांकन के शुभ मुहूर्त ने आम पब्लिक का राह चलना मुश्किल कर दिया।

ज्यादातर सड़कें रहीं ब्लाक

नॉमिनेशन जुलूस के कारण सिटी की ज्यादातर सड़कें ब्लॉक रही। गऊघाट पुल पर सबसे बदतर स्थिति रही। नैनी क्रास कर पुराना पुल होते हुए सिटी में इंट्री करने में आम तौर पर क्0 से पंद्रह मिनट लगते हैं। लेकिन ट्यूजडे को नामिनेशन जुलूस के चलते यह दूरी डेढ़ घंटे में भी तय करना मुश्किल हो गया। दुधमुहे बच्चे के साथ जाम में फंसी क्रिश्चियन फैमिली का नैनी से सिविल लाइंस का सफर दो घंटे में पूरा हुआ। यह समय कैसे बीता यह उससे अच्छा कोई नहीं जान सकता।

प्लीज हेल्प मी

टयूजडे को दिन में क्क् बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक गऊघाट पुल ब्लाक रहा। जाम में सैकड़ो व्हीकल्स फंसे रहे। इस बीच जाम में फंसी इस क्रिश्चियन फैमिली से आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने बात करनी चाही तो हसबैंड वाइफ दोनों रिक्वेस्ट करने लगे। कहा, वे सिविल लाइंस में रहते हैं। नैनी स्थित एक कॉलेज में टीचर हैं। उन्हें सिविल लाइन जाना है, कार का एसी खराब है। करीब डेढ़ घंटे से जाम में फंसे हैं। गर्मी के कारण बच्चा परेशान हैं। आप मीडिया वाले हैं प्लीज कुछ करिए।

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शियाट्स के स्टूडेंट भी रहे परेशान

जाम में फंस कर परेशान होने वालों में शियाटस स्टूडेंट भी शामिल रहे। एक छात्रा अपनी कार से कॉलेज गई थी। क्लास खत्म होने पर नखासकोना स्थित अपने घर जा रही थी। कार खुद ही कार ड्राइव कर रही थी। आइनेक्स्ट रिपोर्टर ने स्टूडेंट्स से जब बातचीत की तो बताया कि शियाट्स से पुल क्रास करने में करीब सवा घंटे अभी तक लग गए हैं। लेकिन जाम खत्म नहीं हो रहा है। घर पहुंचने में देर हो रही है। कॉल पर कॉल आ रही है।