-7 अक्टूबर को डेमू शेड सीबीगंज मेंटीनेंस के लिए गई ट्रेन तो हुई जानकारी

-अफसरों ने मामले में ट्रेन में चलने वाले एस्कार्ट को किया अलर्ट

BAREILLY :

हाईटेक सुविधाओं से लैस डेम ट्रेन चले दस दिन भी नहीं हुए, ट्रेन को यात्रियों ने ही लूट लिया। इनॉग्रेशन के दिन जो ट्रेन लकदक थी, उसकी सीट से लेकर दरवाजे और टॉयलेट से लोग सिटकनी और नल तक निकला लिये। मंडे को जब ट्रेन मेंटीनेंस के लिए वर्कशॉप पहुंची तो कोचेज की बदहाली देख अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। फिलहाल, ट्रेन की साजो-सज्जा बचाए रखने के लिए अफसरों ने आरपीएफ की एस्कॉर्ट को अलर्ट रहने के लिए कहा है।

29 सितम्बर को हुआ था इनॉग्रेशन

इज्जतनगर मंडल से 29 सितम्बर को केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने बरेली पीलीभीत के बीच डेमू ट्रेन को शुरू किया था। यह ट्रेन 1 अक्टूबर से डेली बरेली सिटी से लालकुआं के संचालित हुई थी। आधुनिक सुविधाओं से लैस स्पेशल ट्रेन को मध्य रेल कोच फैक्ट्री चेन्नई से मंगाया गया था। ट्रेन भले ही डेमू है, लेकिन ट्रेन को ऐसी सुविधाओं से लैस किया गया है, जो दूसरी ट्रेनों में मोटा किराया देकर ही ि1मल पाती हैं।

सीटों को भी तोड़ा

डेमू शेड में मेटीनेंस के दौरान मैकेनिकों ने रेल अफसरों को सूचना देकर बताया कि ट्रेन में लगे टॉयलेट, फिटिंग्स, पलशकाक, डस्टबिन, मग, गेट के हैंडिल, वॉशबेसिन, टॉयलेट के गेट, कोच की सीट आदि गायब चोरी कर लिए हैं। इसके साथ जो सीटें नहीं उखड़ी उसे तोड़ दिया है।

रेलवे अफसरों ने बताया शर्मनाक

डेमू शेड सीबीगंज से रेल अफसरों को जब मंडे शाम को इस बात की सूचना मिली तो उन्होंने इसे शर्मनाक बताया। रेल अफसरों इस मामले में ट्रेन में चलने वाले एस्कॉर्ट को भी अलर्ट किया है। ताकि, ट्रेन की साज-सज्जा आदि को चोरों से बचाया जा सके। रेल अफसरों ने बताया कि यह चोरी पीलीभीत और बरेली के बीच की गई है। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर इस तरह की सुविधाएं प्रदान करने की प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। सरकार ने यह ट्रेन बरेली की जनता को तोहफे के रूप में दी थी।