-स्टूडेंट्स एवं टीचर्स को करना होगा पार्टिसिपेशन

-यूपीटीयू के 700 कॉलेजेस में होगी वर्कशॉप

<-स्टूडेंट्स एवं टीचर्स को करना होगा पार्टिसिपेशन

-यूपीटीयू के 700 कॉलेजेस में होगी वर्कशॉप

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: आपके एटीएम से ऑनलाइन शापिंग हो गई, किसी ने एकाउंट से पैसे निकाल लिए, ई मेल हैक हो गया, फेसबुक हैक हो गया। इस तरह की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं। लेकिन हम और हमारा कानून कुछ भी कर पाने में असहाय होता है। ऐसे अनगिनत मामले हैं, जिनमें पुलिस और साइबर सेल के एक्सपर्ट हाथ मलते रह जाते हैं। इसपर काबू पाया जा सके। इसके लिए गवर्नमेंट ने सीधे युवाओं को ही एक्सपर्ट बनाने का डिसीजन लिया है।

करेंट का बड़ा इश्यू

मुख्यालय पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश ने सर्कुलर जारी करके युवाओं को साइबर सिक्योरिटी की ट्रेनिंग दिए जाने का निर्णय लिया है। यह ट्रेनिंग उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी से जुड़े 700 कॉलेजेस के छात्र-छात्राओं को दी जाएगी। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश लखनऊ मुकुल गोयल की ओर से जारी डायरेक्शन में कहा गया है कि स्टूडेंट्स के साथ उनके पैरेंट्स को भी साइबर सिक्योरिटी की जानकारी दी जाए। इसके लिए सभी कॉलेजेस में समय-समय पर वर्कशॅाप आर्गनाइज करवाने को कहा गया है। वर्कशाप करवाने की जिम्मेदारी इस एरिया में काम करने वाली इनोवेटिव आडियाज इनफोटेक को दी गई है। स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स के साथ कॉलेजेस के टीचर्स को भी इसमें पार्टिसिपेशन सुनिश्चित करने को कहा गया है।

एक्सपर्ट संग आफिसर्स करेंगे प्रतिभाग

वर्कशॉप का शुरुआती चरण इलाहाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बरेली, मेरठ, मथुरा, आगरा, कानपुर नगर, लखनऊ और मुरादाबाद शहर में स्थित कॉलेजेस में होगा। हिदायद दी गई है कि इन वर्कशाप में साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट एवं सिक्योरिटी ऑफिसर्स की भागीदारी होना जरूरी है। जिससे प्रतिभागियों से उनका सीधा संवाद स्थापित हो सके। यह भी कहा गया है कि पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी की उपस्थिति अनिवार्य है।