उत्तर भारत की रूट पर चलने वाली ट्रेन्स में से कई कैंट स्टेशन पर पहुंचीं लेट तो कई घंटों चल रहीं लेट

VARANASI

लो विजुबिलिटी के चलते बुधवार को भी ट्रेन और फ्लाइट की सेवा रफ्तार नहीं पकड़ सकी। उत्तर भारत की रूट पर चलने वाली गाडि़यों के पहिए सर्वाधिक साढ़े 13 घंटे तक जकड़े हुए थे। इसके कारण पैसेंजर्स को दोहरी मार झेलनी पड़ी। जहां ट्रेन की प्रतिक्षा में उन्हें परेशान होना पड़ा, वहीं दूसरी ओर उनकी जेब भी ढीली होती रही। कैंट स्टेशन, मंडुवाडीह स्टेशन सहित काशी रेलवे स्टेशन पर यात्रा के लिए पैसेंजर्स की भीड़ उमड़ी रही। उधर बाबतपुर एयरपोर्ट पर भी आधा दर्जन फ्लाइट लेट थीं। पैसेंजर्स पूरे दिन हलकान रहे।

ये ट्रेनें रहीं लेट

-नई दिल्ली-भागलपुर वीकली एक्सप्रेस साढ़े 13 घंटे

- नई दिल्ली-जयनगर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस साढ़े 9 घंटे

- जम्मूतवी-वाराणसी बेगमपुरा एक्सप्रेस साढ़े 7 घंटे

- गोहाटी-ओखा द्वारका एक्सप्रेस साढ़े 9 घंटे

- कोटा-पटना एक्सप्रेस साढ़े 9 घंटे

- दिल्ली-मालदा टाउन फरक्का एक्सप्रेस साढ़े 4 घंटा

- चंडीगढ़-पाटलीपुत्र एक्सप्रेस 6 घंटे

- हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस साढ़े 8 - घंटे अमृतसर- हावड़ा पंजाब मेल 5 घंटे

- वाराणसी - आनन्द विहार गरीबरथ एक्सप्रेस साढ़े 6 घंटे

परेशान रहे वीआईपी

कम दृश्यता के चलते सुबह 10 बजे तक लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक भी फ्लाइट लैंड नहीं कर सकी। लिहाजा दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद और बंगलुरु से आने वाली फ्लाइट लेट हो गयीं। इनमें दिल्ली - वाराणसी एसजी 2195 ढाई घंटे, जयपुर - वाराणसी एसजी 2985 साढे़ चार घंटे, अहमदाबाद - वाराणसी एसजी 971 डेढ़ घंटे और दिल्ली - वाराणसी 6ई308 डेढ़ घंटे लेट थी।