- 60 बेड के साथ होगी शुरुआत

- लावारिस व बीपीएल को पहले 24 घंटे मुफ्त इलाज

- 24 घंटे मिलजेंगी इमरजेंसी सेवाएं

LUCKNOW:

वृंदावन कॉलोनी स्थित सजीपीजीआई के अपेक्स ट्रॉमा सेंटर में मंगलवार से मरीजों की भर्ती शुरू होगी। इस ट्रॉमा सेंटर में गरीबों व लावारिस मरीजों को शुरुआत के 24 घंटे में मुफ्त इलाज मिलेगा। शुरुआत 60 बेड के साथ होगी आगे चरणबद्ध तरीके से बेड्स की संख्या बढ़ाई जाएगी।

वार्ड, ओटी, काउंटर तैयार

सोमवार को ट्रॉमा इंचार्ज डॉ। अमित अग्रवाल, पीजीआई के डायरेक्टर डॉ। राकेश कपूर व अन्य अधिकारियों ने ट्रॉमा में तैयारियों का जायजा लिया। डॉ। अमित अग्रवाल ने बताया कि ट्रॉमा की इमरजेंसी ओटी और न्यूरो ओटी, एक्सरे, अल्ट्रा साउंड, सीटी स्कैन, पैथालॉजी सुविधाएं और रजिस्ट्रेशन के काउंटर तैयार हैं। इमरजेंसी में सभी जीवन रक्षक उपकरण और संसाधन जुटा लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दोपहर तीन बजे चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन इस शुभारंभ करेंगे। मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

सिर्फ ट्रॉमा केसेज को ही इलाज

डॉ। अमित अग्रवाल ने बताया कि यह पूरी तरह से ट्रॉमासेंटर है। यहां पर सिर्फ ट्रॉमा या एक्सीडेंट केसेज को ही इलाज मिलेगा। सामान्य बीमारियों के मरीजों को यहां पर इलाज नहीं मिलेगा। पीजीआई के सीएमएस व ट्रॉमा प्रभारी डॉ। अमित अग्रवाल ने बताया कि पीजीआई की दर पर ही मरीजों को इलाज मिलेगा। रजिस्ट्रेशन शुल्क 250 रुपए होगा। इसकी वैद्यता एक वर्ष होगी। ट्रॉमा आने वाले गरीब व लावारिस मरीजों के पास रुपए नही हैं तो भी उन्हें इलाज मिलेगा।

6 वर्ष पहले तैयार हुई थी बिल्डिंग

पीजीआई का यह ट्रॉमा सेंटर दह वर्ष पहले तैयार हो गया था। पीजीआई ने ही इसका निर्माण कराया था, लेकिन संचालन के लिए अपर्याप्त बजट के कारण इसे चलाने से मना कर दिया। 2015 में तत्कालीन सरकार ने इसे केजीएमयू को हैंडओवर कर दिया। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसका शुभारंभ किया था। करीब साल भर केजीएमयू ने इसे चलाया और सरकार बदलते ही इसे बंद कर दिया गया। इसके बाद सरकार ने दोबारा इसकी जिम्मेदारी पीजीआई को सौंपी। जिसके बाद अब यह दोबारा शुरू किया जा रहा है।