-कर्मचारियों की लापरवाही से एक सप्ताह में एक दर्जन से अधिक जले ट्रांसफार्मर्स

-शाम को लोड बढ़ने से दगा दे जाते हैं ट्रांसफॉर्मर्स

-पब्लिक भी हो अवेयर तो प्रॉब्लम से मिलेगा छुटकारा

GORAKHPUR:

बिजली को लेकर गोरखपुराइट्स दहशत में हैं। बिजली कब आएगी कब चली जाएगी इसको लेकर सब परेशान हैं, लेकिन शायद आपको नहीं पता कि इसके लिए जितने जिम्मेदार इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन है उतने ही आप भी। सुनकर चौंक गए न, पर यह सच है। दरअसल, बिजली जाने और आने के दौरान सारी प्रॉब्लम क्रिएट होती है। खासकर शाम के समय ट्रांसफॉर्मर्स ज्यादा दगते हैं और लोकल फॉल्ट परेशान करता है। लापरवाही का ही परिणाम है कि बीते एक सप्ताह में एक दर्जन से अधिक ट्रांसफॉर्मर फुंक चुके हैं। अगर कॉर्पोरेशन के साथ ही हम भी बिजली को लेकर लापरवाही बरतने की अपनी प्रवृति में थोड़ा सुधार कर लें तो बिजली की प्रॉब्लम से छुटकारा मिल जाए।

होती सावधानी तो बच जाते ट्रांसफॉर्मर

अगर किसी फीडर या ट्रांसफॉर्मर पर अचानक ओवरलोड बढ़ता है तो उसकी जानकारी सब स्टेशन के पैनल बाक्स को मिल जाती है। ऐसी स्थिति में अगर उस फीडर की लाइट काट दी जाए तो वह फीडर सुरक्षित हो जाएगा। एक जेई ने बताया कि पैनेल बाक्स में तीन मीटर लगे होते हैं। उनमें सबसे छोटा मीटर अपने फीडर या ट्रांसफॉर्मर के ओवरलोड को दर्शाता है। अगर इस मीटर की सुइ मानक से अधिक जा रही है तो उस फीडर की बिजली तत्काल काट देनी चाहिए, लेकिन सब स्टेशन पर तैनात कर्मचारी ऐसा नहीं करते। वहीं बिजली आने पर पब्लिक अपने घर के सारे बिजली वाले उपकरण एक साथ चालू कर देते हैं जिससे फीडर और ट्रांसफॉर्मर्स पर अचानक लोड बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में कभी ट्रांसफॉर्मर जल जाता है तो कभी लोकल फॉल्ट हो जाता है।

फाइलों में गुम हुई रिपोर्ट

जनवरी और फरवरी माह में इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन के जेई ने बकायदे रिपोर्ट तैयार की थी। रिपोर्ट में सिटी के सभी जेई ने अपने-अपने एरिया के ट्रांसफार्मर्स की हकीकत बताया था, जिसमें प्रमुख रूप से तेल कम, ओवरलोड, अनबैलेंस और ट्रांसफार्मर्स के आस-पास गंदगी होना बताया गया। यह रिपोर्ट फरवरी माह के अंत में सभी जेई ने चीफ इंजीनियर कार्यालय पर भेज दिया, लेकिन यह रिपोर्ट कहां गई किसी को कुछ पता नहीं। एक जेई का कहना है कि अगर इस रिपोर्ट पर अमल हुआ होता तो ट्रांसफार्मर जलने के मामले में भ्0 प्रतिशत कमी आ गई होती।

यहां जला ट्रांसफॉर्मर

- हुमायूंपुर उत्तरी के खरे आटा चक्की के पास लगा म्फ्0 केवीए का ट्रांसफॉर्मर फ् मई की मॉर्निग ब् बजे जल गया

- भ् मई की भोर में फ् बजे सिविल लाइन में म्फ्0 केवीए का ट्रांसफॉर्मर फुंक गया

- म् मई की रात क्क् बजे दीवान बाजार में ब्00 केवीए का ट्रांसफॉर्मर

- म् मई की शाम ख्भ्0 केवीए का ट्रांसफॉर्मर नाइट में जल गया

कंज्यूमर्स भी बचा सकते हैं ट्रांसफॉर्मर

- बिजली जाते ही घर के उपकरण बंद कर दें

- बिजली आने के कम से कम भ् मिनट बाद उपकरण चालू करें

- एसी का कम से कम उपयोग करें

शाम को ओवरलोड के चलते ट्रांसफॉर्मर्स अधिक जलते हैं। सब स्टेशन पर तैनात कर्मचारी और कंज्यूमर्स की जागरूकता से ट्रांसफॉर्मर को जलने से बचाया जा सकता है।

एसपी पांडेय, एसई महानगर विद्युत वितरण निगम