स्वास्थ्य विभाग में नई तबादला नीति से हड़कंप, कई साल से टिके डॉक्टरों के ट्रांसफर के आसार

मनचाहे तबादले के लिए भी मिलेगा मौका, पोर्टल पर ऑनलाइन कर सकते हैं अनुरोध

ALLAHABAD: स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए शासन ने नई तबादला नीति जारी की है। इसमें पांच साल से अधिक समय से एक जिले में तैनात डॉक्टरों को दूसरे जिलों में भेजा जाना है। इसके अलावा मनचाहा तबादला लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था भी की गई है। शासन के इस फैसले से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। प्राइवेट प्रैक्टिस में इनवाल्व डॉक्टरों को यह नीति महंगी पड़ सकती है तो विभाग के उच्च पदों पर आसीन डॉक्टरों को भी जोर का झटका लग सकता है। फिलहाल, डॉक्टरों ने तबादले से बचने के लिए जोड़-घटाना शुरू कर दिया है।

साठ फीसदी से अधिक निशाने पर

नई तबादला नीति में इलाहाबाद में तैनात 60 फीसदी से अधिक डॉक्टर्स निशाने पर हैं। यह सभी छह साल से अधिक समय से जिले में जमे हुए हैं जिले में 242 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं जिनमें से 180 डॉक्टर्स वर्तमान में तैनात हैं। बाकी पदों पर नई भर्तियों का इंतजार किया जा रहा है।

इनका क्या होगा

स्वास्थ्य विभाग में ऐसे कई अधिकारी मौजूद हैं जिनका जीवन इलाहाबाद में तैनाती ढूंढ़ते बीत गया। ये कई सालों से जिले में अगल-अलग पदों कार्य किए, लेकिन बाहर नहीं गए। पिछली सरकार ने ट्रांसफर किया, लेकिन ये गए नहीं। इसके अलावा जिले में 23 डॉक्टर्स ऐसे हैं जो पर्सनल नर्सिग होम या क्लीनिक चला रहे हैं। यह लोग नई तबादली नीति आने के बाद इस्तीफे की प्लानिंग में मशगूल हो गए हैं।

अपनी बात भी रखने का मौका

ऐसा नही है, शासन ने डॉक्टरों को अपनी बात रखने का मौका भी दिया है। जो डॉक्टर दूसरे जिलों से आकर नौकरी कर रहे हैं, वह अपने गृह नगर भी जा सकते हैं। इसके लिए उन्हें शासन द्वारा निर्मित पोर्टल अनुरोध पर अपना ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसमें तबादले से संबंधित वाजिब कारण भी देना होगा। इस पर शासन द्वारा गठित कमेटी विचार कर अपना फैसला सुनाएगी। यह ऑप्शन 15 से 30 जून के बीच उपलब्ध होगा।

फैक्ट फाइल

सरकार ने डॉक्टरों का स्थानांतरण करने के लिए जिलों को ए, बी, सी व डी श्रेणी में बांटा है।

ए श्रेणी में लखनऊ, इलाहाबाद, कानपुर, रायबरेली, मेरठ, नोएडा, झांसी, वाराणसी हैं। जबकि इसके बाद छोटे जिलों को रखा गया है।

जो डॉक्टर पांच साल से अधिक समय से सी व डी श्रेणी के जिले में तैनात हैं उन्हें अपग्रेड करके बी श्रेणी के बेहतर जिले में तैनात किया जाना है।

वही बी, सी व डी श्रेणी में नौकरी कर रहे डॉक्टर बी और ए श्रेणी में भेजे जाएंगे।

बाकी जो डॉक्टर्स ए श्रेणी के जिले में नौकरी कर रहे हैं, उन्हें बी, सी या डी श्रेणी के जिलों में भेजा जा सकता है। उन्हें पोर्टल पर अपनी बात रखने का मौका भी दिया जाएगा।