-अब तक दून के 43 डॉक्टर्स को मिल चुके हैं तबादले के आदेश

-24 डॉक्टर्स को जिले के विभिन्न अस्पतालों में मिली नियुक्ति

DEHRADUN : भारी विरोध और दून अस्पताल में व्याप्त अव्यस्थाओं के बावजूद देहरादून जिले से डॉक्टर्स के ट्रांसफर का सिलसिला लगातार जारी है। सोमवार को एक बार फिर दून के विभिन्न अस्पतालों से 7 डॉक्टर्स के तबादले के आदेश जारी किये गये, इनमें दून अस्पताल के एक डॉक्टर का नाम शामिल है। दून के सरकारी अस्पतालों से अब तक कुल ब्फ् डॉक्टर्स के ट्रांसफर हो चुके हैं, जबकि ख्ब् डॉक्टर अलग-अलग अस्पतालों में भेजे गये हैं।

किसे कहां भेजा

सोमवार को जिन 7 डॉक्टरों के तबादला आदेश जारी किये गये उनमें डॉ। नरेन्द्र चौहान को विकास नगर से गोपेश्वर भेजा गया है। डॉ। रोहित उपाध्याय को ऋषिकेश से पौड़ी, डॉ। हरीश बसेरा को दून अस्पताल से पौड़ी, डॉ। मनु जैन को डीजी आफिस से टिहरी, डॉ। सुमन आर्य को डीजी ऑफिस से चम्बा, डॉ। नन्दन सिंह बिष्ट को कोरोनेशन से मसूरी और डॉ। एसके झा को कोरोनेशन से टिहरी भेजा गया है।

मसूरी में भवन नहीं, डॉक्टर सबसे ज्यादा

मैदानों से डॉक्टर्स को पहाड़ पर भेजे जाने के नाम पर सबसे ज्यादा डॉक्टर मसूरी भेजे गये हैं। मसूरी में दो सरकारी अस्पताल हैं, जिनमें अभी तक क्क् डॉक्टर नियुक्ति थे। यहां से एक डॉक्टर का ट्रांसफर किया गया, जबकि म् नये डॉक्टर्स को भेजा गया है। अब यहां क्म् डॉक्टर हो गये हैं। खास बात यह है कि मसूरी के सरकारी अस्पताल के पास अपना भवन तक नहीं है।

कहां से कितने डॉक्टर गये

दून से अब तक जो डॉक्टर दूसरे अस्पतालों में ट्रांसफर होने के कारण रिलीव हुए हैं, उनमें दून अस्पताल से ख्0, सीएमओ ऑफिस से फ्, डोईवाला से ख्, विकासनगर से ख्, चकराता से ख्, मसूरी से क्, रायपुर से क्, प्रेमनगर से 7 और हेल्थ पोस्ट से एक डॉक्टर शामिल हैं।

कहां कितने डॉक्टर मिले

दून अस्पताल से भेजे गये सभी ख्0 डॉक्टर्स के पद समाप्त कर दिये गये हैं। सीएमओ ऑफिस में ख्, डोईवाला में क्, मसूरी में भ्, रायपुर में फ्, प्रेमनगर में फ्, कालसी में ख्, साहिया में ख्, चकराता में क्, रायवाला में क् और विकासनगर में ख् डॉक्टरों ने ज्वाइन किया है।

फार्मासिस्ट्स और नर्सेज को भी मिलने लगे आदेश

बड़ी संख्या में फार्मासिस्ट्स और नर्सेज के ट्रांसफर किये जाने की खबर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रविवार के अंक में छापी थी। शासन द्वारा इन फार्मासिस्ट्स और नर्सेज की सूची जारी नहीं की जा रही है, लेकिन सोमवार से आदेश मिलने शुरू हो गये हैं। एक साथ सभी के आदेश जारी करने के बजाय क्रमबद्ध रूप से आदेश जारी किये जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार ऐसा किसी तरह के विरोध से बचने के लिए किया जा रहा है।