- ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के साफ्टवेयर ने बढ़ी फीस को किया रीड

- 30 से अधिक व्हीकल ओनर्स पर लगी पेनाल्टी

BAREILLY:

ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के साफ्टवेयर की गफलत के चलते तमाम व्हीकल ओनर्स को बड़ी चपत लग गई। लास्ट ईयर 29 दिसम्बर से विभाग ने डीएल, रजिस्ट्रेशन, परमिट व फिटनेस रेट की बढ़ी दर लागू किया था। इसके बाद जो भी व्हीकल ओनर लेट पेमेंट करने गए, कम्प्यूटर ने उनसे नई दर लागू होने की तारीख से पहले का भी शुल्क बढ़े दर से वसूल लिया। कम्प्यूटर की डिमांड के चलते तमाम व्हीकल ओनर्स ने मजबूरी में बढ़ी दर से फीस जमा कर दी। हालांकि, गड़बड़ी को लेकर ऑब्जेक्शन हुआ तो ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने गड़बड़ी में सुधार के निर्देश दिए।

11 लाख से अधिक की पेनाल्टी

पूरे प्रदेश में ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का काम सारथी सॉफ्टवेयर के जरिए होता है। फीस की नई दर में फिटनेस लेट होने पर पेनाल्टी भी तय गई है। विभाग ने साफ्टवेयर में नई दर तो फीड कर दिया, लेकिन अधिकारियों की निगाह इस पहलू पर नहीं पड़ सकी कि लेट फीस को किस प्रकार कैलकुलेट करेंगे। नई दर लागू होने के बाद व्हीकल्स ओनर्स के समक्ष प्रॉब्लम्स आनी भी शुरू हो गई। कम्प्यूटर ने उनकी लेटलतीफी का शुल्क बैक डेट की बजाय नई दर से वसूल कर लिया। समय पर फिटनेस न कराने वाले व्हीकल ओनर को बढ़ी फीस के अलावा 35 से 40 हजार रुपए पेनाल्टी भरनी पड़ी। इस हिसाब से देखा जाए तो 30 से अधिक व्हीकल ओनर्स को 11 लाख से अधिक पेनाल्टी देनी पड़ी है।

26 हजार से अधिक कॉमर्शियल व्हीकल रजिस्टर्ड

आरटीओ में रजिस्टर्ड व्हीकल्स की बात करें तो कॉमर्शियल व्हीकल्स की संख्या 26,547 और प्राइवेट व्हीकल्स की संख्या 5,00,259 है। रोजाना 50 से अधिक व्हीकल की फिटनेस जांच आरटीओ में होती है। रजिस्टर्ड कॉमर्शियल व्हीकल्स से 30 से अधिक व्हीकल ओनर ऐसे थे, जिनके वाहनों के फिटनेस का ड्यू टाइम खत्म हो गया था। वह 29 दिसम्बर के पहले व्हीकल्स का फिटनेस नहीं करा सके थे। जैसे ही नया आदेश जारी हुआ वह फिटनेस कराने आरटीओ पहुंच गए, लेकिन साफ्टवेयर ने फीड रिकॉर्ड के आधार पर बिल जेनरेट कर उनके होश उड़ा दिए।

50 रुपए रोजाना के हिसाब से तय है पेनॉल्टी

नई व्यवस्था लागू होने से पहले 350 रुपए फिटनेस के अलावा व्हीकल ओनर्स पर मात्र 200 से 300 रुपए की पेनाल्टी लगाई जाती थी, जिससे व्हीकल ओनर्स को भी फिटनेस डेट बीतने की चिंता नहीं सताती थी, लेकिन अब फिटनेस फीस 600 कर दी गई है। यहीं नहीं ड्यू डेट से 50 रुपए रोजाना के हिसाब से पेनाल्टी भी तय कर दी गई है। सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के चलते भारी भरकम पेनाल्टी लगने से व्हीकल ओनर्स ने इसका विरोध जताया तो ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स की भी नींद टूटी। अधिकारियों ने परिवहन मंत्रालय केंद्र सरकार को पत्र लिखा, जिसके बाद ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को निर्देश मिले की बैक डेट की फीस पुरानी दर से वसूलें।

बरेली में रजिस्टर्ड व्हीकल्स

- 26, 547 कॉमर्शियल व्हीकल।

- 5,00,259 प्राइवेट व्हीकल।

- 30 से अधिक वाहन ओनर्स ने ड्यू डेट के अंदर नहीं कराया था वाहनों का फिटनेस।

- नई दर से फीस और पेनाल्टी से वाहन ओनर्स को 11 लाख से अधिक की लगी चपत।

- 50 से अधिक वाहनों का फिटनेस आरटीओ में रोजाना होता है।

सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी की वजह से ऐसा हुआ है। 29 दिसम्बर के पहले से फिटनेस पर पेनाल्टी लग गई है। लेकिन अब सॉफ्टवेयर को ठीक कर लिया गया है।

आरपी सिंह, एआरटीओ, प्रशासन