मंत्री की चेतावनी पर न अफसर सुधरे न बदले हालात

सात दिन पहले परिवहन मंत्री ने एसी बस में यात्रियों को ठंडे पानी की बोतल देने का दिया था निर्देश

506

रुपये है यहां से लखनऊ का वाल्वो बस सेवा का किराया

313

रुपये है यहां से लखनऊ का शताब्दी बस सेवा का किराया

ALLAHABAD: प्रदेश के परिवहन मंत्री 30 अप्रैल को इलाहाबाद निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। उन्होंनें सिविल लाइंस बस अड्डे का निरीक्षण किया तो वॉल्वो में यात्रियों के पास गर्म पानी मिला। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई और ठंडा पानी देने का आदेश दिया। तब यहां के अधिकारियों ने चुपचाप पालन की हामी भी भर दी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर आदेश के सात दिन बाद उसकी हकीकत जानने पहुंचा तो पता चला कि बोतल अब भी उतनी ही गर्म है, जितनी उस दिन थी जब मंत्री जी यहां निरीक्षण कर रहे थे। जब इसे लेकर यहां के अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने साफ-साफ कह दिया कि यह उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर का मामला है। यही नहीं मंत्री ने यहां सस्ती कैंटीन खोलने के साथ ही सभी दुकानों पर रेट लगाने की हिदायत भी दी थी, लेकिन कहीं कुछ नजर नहीं आया।

शताब्दी बस सेवा

दिनांक: 08 मई 2017

समय: दोपहर के 1.30 बजे

लखनऊ जाने वाली चारबाग डिपो की शताब्दी बस सिविल लाइंस बस अड्डे पर खड़ी है। यात्री 313 रुपए किराया देकर बस में बैठ गए है, लेकिन 72 सीटों वाली बस में किसी भी यात्री को ठंडा पानी नहीं मिला है। यात्रियों को जब कार्टून में से पानी की बोतल दी गई तो उन्होंने यह कहकर लौटा दिया कि इसकी क्या जरुरत है। जैसे 313 रुपये दिए वैसे 20 रुपए और सही।

वॉल्वो बस सेवा

दिनांक: 08 मई 2017

समय: दोपहर के 2.00 बजे

आलमबाग डिपो की इस बस का किराया 506 रुपए है। यात्री बस में बैठने के लिए बढ़े तो उनकी एक्टिविटी देखकर लगा कि जैसे उन्हें मालूम है कि बस में गर्म पानी ही मिलनी है। कारण की लगभग हर यात्री ने हाथ में एक या दो ठंडे पानी की बोतल पकड़ रखी थी। जिनके हाथ में नहीं थी, उनके साथ दुकान से बोतल ले लेने की सलाह दे रहे थे। चालक अनीस से बात की तो उसका जवाब चौंकाने वाला था। उन्होंने कहा अधिकारियों से कहते-कहते थक गए कि ठंडे पानी की बोतल दें, यात्रियों से कहासुनी होती है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। कई बार तो बवाल बचाने के लिए बोतल से भरा कार्टून रास्ते में फेंक देते हैं। यात्री से कह देते हैं कि आज बोतल की सप्लाई नहीं मिली।

न रेट लिस्ट, न सस्ती कैंटीन

बस अड्डे पर एक ही व्यक्ति का फूड प्लाजा से लेकर खानपान के दो स्टॉल हैं। परिवहन मंत्री ने निरीक्षण के दौरान कहा था कि सभी दुकानों पर रेट लिस्ट लगाएं। अभी तक संचालक ने रेट लिस्ट नहीं लगाई है। फतेहपुर व कानपुर की ओर जाने वाले कई यात्री पानी, चिप्स व कोल्ड ड्रिंक लेने इन दुकानों पर पहुंचे तो मनमाना रेट सुनकर वापस लौट गए। यही नहीं सस्ती कैंटीन खोलने की कोई तैयारी भी यहां नहीं दिखी। मात्र एक फूड प्लाजा था जिसमें बकायदा रेट लिस्ट लगी थी।

लगातार वॉल्वो से सफर करते हैं, हर बार 506 रुपए किराया देने के बाद भी सुविधा नहीं मिलती। इसके लिए मानिटरिंग टीम बनाकर अधिकारियों पर नकेल कसने की जरुरत है।

विवेक सिंह

मैं 30 अप्रैल को उस बस में मौजूद था जिसमें मंत्री जी ने ठंडा पानी देने का आदेश दिया था। आश्चर्य की बात है कि अधिकारी हर काम में हीलाहवाली करते हैं।

अंकुर जायसवाल

हम लोग क्या कर सकते हैं। लड़ने से थोड़े ही ठंडा पानी मिल जाएगा। भाई जैसे 313 रुपया दिया है वैसे ही 20 रुपया और खर्च कर देंगे। यह सरकारी व्यवस्था है ऐसे नहीं सुधार होगा।

वसीम

चारबाग और आलमबाग डिपो के उच्च अधिकारियों को ठंडे पानी की व्यवस्था करने के लिए पत्र लिखा गया है। यहां से वॉल्वो और शताब्दी में ऐसी व्यवस्था देना हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। बस अड्डे पर खानपान के स्टॉल पर रेट लिस्ट लगाने का निर्देश दिया गया है। सस्ती कैंटीन खोलने के लिए जब तक मुख्यालय से निर्णय नहीं होगा तब तक कुछ नहीं हो सकता।

डॉ। हरिशचंद्र यादव, रीजनल मैनेजर