-खर्च अधिक और सुरक्षा के इंतजाम नहीं

<-खर्च अधिक और सुरक्षा के इंतजाम नहीं

BAREILLY:

BAREILLY:

ट्रांसपोर्ट नगर बसाने की तमाम कवायदों के बावजूद दुकानदार व ट्रांसपोर्टर्स यहां जाने को तैयार नहीं हैं। लिहाजा ट्रक-बस रिपेयर होने श्यामगंज से सेटेलाइट तक आते हैं और फिर रोड किनारे नो एंट्री या फिर पेट्रोल पम्प कैम्पस में खड़े हो जाते हैं। ट्रांसपोर्ट नगर जाने में क्या प्रॉब्लम्स आ रही है इस बात की सच्चाई जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने ट्यूजडे को ट्रांसपोर्टर्स, दुकानदार और मिस्त्री से बातचीत की। क्या है इनका नजरिया आइए जानते हैं

डीजल अधिक खर्च होता है

जब दुकानदारों से बात की गई तो उनका कहना है कि ट्रांसपोर्ट नगर तो बनाया गया, लेकिन बड़ा बाईपास बाद में बनाया गया। ट्रांसपोर्ट नगर में वाहनों की एंट्री पर ट्रैफिक पुलिस को रुपया देना पड़ता है। इसके अलावा वहां ट्रक भेजने के लिए डीजल अधिक खर्च होता है। वहीं ट्रक ड्राइवर बदायूं जाने के लिए शहर में एंट्री करते हैं और फिर रास्ते में ही दुकान पर खड़े होकर रिपेयरिंग करा लेते हैं।

ट्रांसपोर्ट नगर में सेफ्टी नहीं

पेट्रोल पम्प संचालकों का कहना है कि उनके यहां ट्रक खड़े होने के कई रीजन हैं। ट्रक में फ्यूल, आसपास ढाबा होने से खाने-पीने की सुविधा, टॉयलेट होने की वजह से ड्राइवर पेट्रोल पम्प कैम्पस में ट्रक को पार्क करते हैं। सबसे बड़ी बात सुरक्षा की है। पेट्रोल पम्प पर लोगों का आना-जाना लगा रहा है। ऐसे में वाहन चोरी होने का डर नहीं होता है। जबकि, किसी और जगह पर वाहन पार्क करने में चोरी का डर बना रहता है।

जमा जमाया बिजनेस का टूटना

वहीं मिस्त्री और दुकानदारों को अपना जम जमाया बिजनेस टूटने का भी डर सता रहा है। क्योंकि, श्यामगंज से सेटेलाइट, पीलीभीत रोड पर जितने भी वर्कशॉप हैं, वह क्0-क्भ् वर्ष पुराना हैं। जिनका बिजनेस काफी अच्छे से रन कर रहा है। कुछ लोगों की तो अपनी दुकानें हैं। ऐसे में वह इसे खत्म कर ट्रांसपोर्ट नगर जाने से कतरा रहे हैं। क्योंकि, उन्हें अपना बिजनेस दोबारा से स्टेबलिश करना होगा।

मेरा पुराने टायर का बिजनेस हैं। ग्रामीण क्षेत्र के ट्रॉली वाले लोग ही आते हैं। 8 वर्ष पुरानी दुकान है। जिसे बंद कर ट्रांसपोर्ट नगर जाना काफी मुश्किल है।

मंजीत सिंह, ओनर, टायर शॉप

ट्रांसपोर्ट नगर में माल की सेफ्टी का कोई इंतजाम नहीं हैं। ऐसे में, वहां जाने में डर लगता है। यदि, सेफ्टी का इंतजाम हो जाए तो वहां जाने में कोई दिक्कत नहीं।

ओंकार सिंह, ओनर, टायर शॉप

विजय फिलिंग स्टेशन पर जो ट्रक खड़े हैं वह मेरे ही हैं। बाहरी कोई भी ट्रक खड़ा नहीं होता है। यदि जरूरत पड़ी तो सारे ट्रक को ट्रांसपोर्ट नगर भेजा जाएगा।

संतोष, मैनेजर, पेट्रोल पम्प

पेट्रोल पम्प पर ड्राइवर को कई सारी सुविधाएं मिलती हैं। फ्यूल भराना, टॉयलेट और सुरक्षा। ट्रक वाले हमारे कस्टमर्स हैं। इसलिए हम उनके वाहन खड़ा करने से कैसे मना कर सकते हैं।

अर्पित अग्रवाल, मैनेजर, पेट्रोल पम्प

बीडीए सिर्फ नक्शे के अकॉर्डिग भवन, पार्क, शौचालय मुहैया कराता है। बाकी बिजनेस न चलना या सुरक्षा मुहैया कराना बीडीए का काम नहीं हैं।

सुरेंद्र कुमार, सचिव, बीडीए