- जल्द हड़ताल खत्म नही हुई तो बढ़ जाएंगे वस्तुओं के दाम

- सब्जी, फल सहित अनाज में लगेगी आग, दूध भी होगा महंगा

ALLAHABAD: ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल एक-दो दिन और चली तो महंगाई का वार हो सकता है। इसके लिए लोगों को तैयार रहना होगा। एक झटके में आटा, दाल, चावल, फल, सब्जी सहित कपड़ों के दाम बढ़ जाएंगे। व्यापारियों का कहना है कि जो माल पहले चल चुका था वह अब शहर में पहुंच रहा है। लेकिन नया माल तभी अपलोड होगा जब हड़ताल खत्म होगी।

सबसे पहले उछलेंगे फल-सब्जी

बता दें कि रविवार को फल और सब्जी की गाडि़यां पहुंची थीं। लेकिन सोमवार से इनकी आवक कम हो जाएगी। व्यापारियों का कहना था कि नया माल लोड नहीं हो रहा है। केला भुसावल और बिहार तो आम लखनऊ से आ रहा है। इसी तरह से मुंडेरा मंडी में आलू आगरा, बैंगन आगरा तो टमाटर की बेंगलुरू से आवक हो रही है। ट्रकों का चक्काजाम रहा तो इनकी कीमत में जबरदस्त इजाफा होगा। व्यापारियों की मानें तो केला 1900 से 2200, सेब 2000 से 2500 ओर आम 50 रुपए से 60-70 रुपए प्रतिकिलो हो सकता है।

पहले से महंगा है आटा और दाल

इसी तरह अनाज में आटा और इससे बनी हुए मैदा, सूजी आदि के दाम 300 रुपए प्रति क्विंटल एक सप्ताह में बढ़ चुके हैं। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया से इम्पोर्ट बंद हो जाने से मटर और चने की दाल के दाम भी 1000 रुपए प्रति क्विंटल की उछाल पर है। अगर हड़ताल जारी रही तो इनके दामों में आग लग जाएगी। वही चीनी के दाम भी निश्चित तौर पर बढ़ेंगे। कपड़ा व्यापारियों की माने तो स्कूल एडमिशन का सीजन होने के चलते ड्रेस, स्टेशनरी आदि की डिमांड बनी है। सप्लाई रुक जाने पर इनके दाम भी बढ़ेंगे।

अभी तो सब्जियों की गाडि़यां आ रही हैं। यह पहले लोड हो चुकी थीं। अब नई गाडि़यां नही आई तो दिक्कत होगी। एक से दो दिन परिस्थितियां क्लीयर हो जाएंगी।

-सतीश कुशवाहा, अध्यक्ष, मुंडेरा फल सब्जी व्यापार मंडल

फलों के वाहन रविवार को कम संख्या में आए। इस समय सेब, केला और आम बाहर से आ रहे हैं। इनकी डिमांड भी है। अगर चक्काजाम नहीं खत्म हुआ तो लोगों को महंगा फल खाना होगा।

-बच्चा यादव, महामंत्री, मुंडेरा फल सब्जी व्यापार मंडल

दाल और आटे से बनी चीजें पहले से महंगी हैं। अधिकतर थोक व्यापारियों का माल आ चुका है। अभी स्टाक है। अगर दो से तीन दिन चक्काजाम रहा तो महंगाई परेशान कर सकती है।

-सतीश केसरवानी, अध्यक्ष, तिलहन, गल्ला व्यापार मंडल

सरकार हमारी मांग मान ले तो चक्काजाम खत्म हो जाएगा। कुछ लोग हैं जो चक्काजाम से अलग होने की बात कर रहे हैं लेकिन इससे हमारे आंदोलन पर खास फर्क नहीं पड़ेगा।

-अनिल कुशवाहा, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट यूनियन इलाहाबाद