-आई नेक्स्ट की खबर पर राजभवन ने लिया संज्ञान

- केजीएमयू ने एग्जिक्यूटिव काउंसिल के मिनट में किया था खेल

-केजीएमयू प्रशासन से हफ्ते भर में जवाब तलब

LUCKNOW:

केजीएमयू में एग्जिक्यूटिव काउंसिल के मिनट्स के मामले में राजभवन ने केजीएमयू वीसी से जवाब तलब किया है। 26 दिसंबर को जारी आदेश में राजभवन ने कहा है कि वित्तीय और नीतिगत मामलों में कार्य परिषद का कार्यवृत्त (मिनट्स) की पुष्टि किए गए बगैर अगली कार्य परिषद बैठक के बारे में हफ्ते भर में जवाब दें।

आई नेक्स्ट ने प्रकाशित की थी खबर

आई नेक्स्ट ने 26 नवंबर के अंक में खबर प्रकाशित कर खुलासा किया था कि केजीएमयू में मिनट्स को छिपाने का खेल चल रहा है। बड़े और नीतिगत फैसलों के लिए होने वाली ईसी के मिनट्स तक जारी नहीं किए गए। साल भर में बहुत से मामलों को ईसी की बैठक में हरी झंडी दी गई थी, लेकिन केजीएमयू प्रशासन ने उनके मिनट्स ही जारी नहीं किए गए। जब मिनट्स ही जारी नहीं किए तो उसमें लिए गए निर्णय भी लागू नहीं किए जा सकते। सूत्रों की मानें तो आई नेक्स्ट की खबर के प्रकाशित होने के अगले दिन ही केजीएमयू प्रशासन ने बैक डेट में जनरल ईसी के मिनट्स अप्रूव कर दिए।

नहीं कराई जनरल ईसी

यही नहीं केजीएमयू प्रशासन ने नियमों को ताक पर रखते हुए इसी वर्ष एक मात्र जनरल ईसी की बैठक 19 मार्च को कराई। उसके बाद जितनी भी ईसी की बैठके कराई गई वो सभी इमरजेंट ईसी थी। जबकि जनरल ईसी दोबारा कराई ही नहीं गई। जनरल ईसी में ही पूर्व की बैठक के मिनट्स को अप्रूव किया जाता है। जब पूर्व के मिनट्स अप्रूव ही नहीं हुए तो वे लागू कैसे हो गए। इसको लेकर गत 8 नवंबर को ईसी की बैठक में कुछ सदस्यों ने इस पर उंगली उठाई थी कि एक के बाद एक ईसी कराई जा रही है, लेकिन मिनट्स जारी नहीं किए जा रहे हैं। साथ ही सदस्यों ने इस पर भी आपत्ति लगाई थी कि 24 घंटे पहले ही इसकी जानकारी दी जाती है। जबकि एक हफ्ते पहले एजेंडा सभी सदस्यों को मिल जाना चाहिए। यही नहीं इन सदस्यों ने बाद में राजभवन में शिकायत भी भेजी थी, लेकिन अब तक केजीएमयू प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।