- बारिश का पानी आने से भीगी दवाएं, जिम्मेदार सोते रहे खिड़की खोलकर

- दवाओं की किल्लत से जूझते मेडिकल कॉलेज की एक और लापरवाही

LUCKNOW: केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में शनिवार को लाखों की दवाएं पानी में भीग गई। ट्रॉमा सेंटर के कर्मचारी सोते रहे और स्टोर रूम में रखी दवाएं बर्बाद हो गई। पानी इस कदर अंदर गया कि दोपहर बाद कर्मचारियों ने दरवाजा खोला तो दवाएं उतराती मिली। केजीएमयू के सेकेंड फ्लोर पर एटीएलएस ट्रेनिंग सेंटर हैं। जहां पर डॉक्टर्स को मशीनों पर इमरजेंसी ट्रीटमेंट के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। यहीं पर एक बड़े कमरे में दवाओं का स्टोर भी है। जिसमें, आईवी फ्ल्यूड से लेकर महंगी एंटीबायोटिक्स, इंजेक्शन और अन्य दवाएं रखी हैं।

बारिश से आया पानी

कर्मचारियों की माने तो कमरे में बारिश का पानी भर गया। कमरे की खिड़कियां खुली रह गई। यही नहीं फोर्थ फ्लोर पर कंस्ट्रक्शन वर्क भी चालू है। इस कारण पिछले कई दिनों से वेंटीलेटर यूनिट में नमी आने की शिकायतें मिल रही थीं, लेकिन केजीएमयू इससे नहीं चेता। उसने समय रहते दवाओं को बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया।

दवाओं की दिक्कत

एक तरफ ट्रॉमा में दवाएं बर्बाद की जा रही हैं तो दूसरी तरफ केजीएमयू के कई विभागों में दवाओं की लगातार किल्लत बनी हुई है। मांग के अनुरूप दवा कम्पनियां सप्लाई नहीं कर पा रही हैं, जिससे सभी मरीजों को दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। केजीएमयू प्रशासन के प्रयासों के बावजूद दवाओं की दिक्कत कम नहीं हो रही है। आईनेक्स्ट ने कई बार सीएमएस डॉ। एससी तिवारी को इस मुद्दे पर बात करने के लिए कॉल की लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।