LUCKNOW: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन ट्रॉमा सेंटर की पैथोलॉजी को निजी हाथों में देने की तैयारी में है। अभी भी ट्रॉमा सेंटर की पैथोलॉजी पीपीपी मोड पर चल रही है। ट्रॉमा सेंटर में चौबीस घंटे पैथोलॉजी चलती है, लेकिन रिपोर्ट पर अक्सर प्रश्नचिन्ह लगते रहे हैं। जिसके कारण केजीएमयू प्रशासन ट्रॉमा की पैथोलॉजी को पूरी तरह से प्राइवेट हाथों में देने की तैयारी में है। जबकि आईसीयू की पैथोलॉजी पहले से ही प्राइवेट हाथों में है। ट्रॉमा का सिटी स्कैन और एमआरआई भी निजी कंपनियां ही चला रही हैं। सभी जांचे निजी हाथों में जाने से जांच की गुणवत्ता और रेट्स बढ़ने तय हैं।