एनई रेलवे प्रशासन स्लीपर और जनरल बोगी में सफर करने वाले यात्रियों के लगेज के साथ-साथ बोगियों की चेकिंग करेगा। चेकिंग के दौरान यह देखा जाएगा कि कहीं कोई यात्री ज्वलनशील पदार्थ तो लेकर सफर नहीं कर रहा है। इसके लिए आरपीएफ और कामर्शियल इंप्लाई की टीम बनाई गई है। एनई रेलवे सीपीआरओ आलोक कुमार सिंह ने बताया कि मुंबई-देहरादून एक्सप्रेस में हुई घटना के बाद से यह निर्देश दिए गए हैं। हालांकि पहले से भी ट्रेनों में इसकी निगरानी होती रही है, लेकिन इस घटना के बाद से इस पर निगरानी और बढ़ा दी गई है। वहीं आरपीएफ की सीनियर कमांडेंट सारिका मोहन ने बताया कि कोई भी यात्री ज्वलनशील पदार्थ के साथ सफर करते पकड़ा जाता है तो उसे रेलवे एक्ट के तहत जेल भेजा जा सकता है।