- शहरी और ग्रामीण एरिया में 750 ट्री गार्जियन किए जाएंगे तैनात
- हर माह पौधों का किया जाएगा निरीक्षण, तैयार की जाएगी रिपोर्ट
बरेली : शासन की ओर से लाखों पौधे लगाने का लक्ष्य विभागों को सौंपा जाता है, लेकिन कागजों में ही पौधे लगाकर लक्ष्य की खानापूर्ति कर दी जाती है. इसी को देखते हुए अब शासन के आदेश पर वन विभाग ने एक पहल की है. इसके अनुसार शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में पौधों लगाने और उनकी देखभाल के लिए ट्री गार्जियन तैनात किए जाएंगे. मई से ट्री गार्जियन की तैनाती करना शुरू कर दिया जाएगा.
50 पौधे होंगे लगाने
वन विभाग के कर्मचारियों को ही ट्री गार्जियन बनाया जाएगा. एक ट्री गार्जियन पर 50 पौधे लगाने और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी होगी.
हर माह होगा निरीक्षण
पहले देखा गया है कि शासन जितना लक्ष्य पौधा लगाने के लिए निर्धारित करता है. इसमें खेल कर अधिकारी और कर्मचारी झूठी रिपोर्ट शासन को भेज देते हैं, लेकिन इस योजना में ऐसा नहीं होगा. ट्री गार्जियन द्वारा लगाए जाने वाले पौधों का हर माह निरीक्षण किया जाएगा. शहर में तैनात विभागीय अधिकारी को उच्चाधिकारी को वह रिपोर्ट भेजनी होगी. इसके बाद उच्चाधिकारी वर्ष में दो बार इन पौधे का निरीक्षण करेंगे, जिसके बाद भी शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी.
तीन वार्ड में होगा एक ट्री गार्जियन
शहर के तीन वार्ड में पौधरोपण करने की जिम्मेदारी एक टी गार्जियन की होगी. यह वार्ड में रोजाना जाकर पौधे की देखभाल करेगा. किसी भी प्रकार की आवश्कता पड़ने पर वार्ड के पार्षद की मदद भी ली जा सकती है.
प्रधानों की भी ली जाएगी मदद
गांव मे जो ट्री गार्जियन तैनात किए जाएंगे वह गांव का निरीक्षण कर स्थान की पहचान करेंगे, जहां पौधरोपण होगा. इस दौरान गांव के प्रधान की भी इसमें हेल्प ली जाएगी.
होगी कड़ी कार्रवाई
अक्सर लोग सड़क किनारे लगे या आबादी के आसपास लगे पौधों को मस्ती मजाक में रौंद देते हैं, लेकिन अब ऐसी मस्ती भारी पड़ सकती है. पौधे को रौंदने वाले के खिलाफ विभाग की ओर से तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
फैक्ट फाइल
शहर में वार्ड की संख्या - 80
जिले में ग्राम पंचायतों की संख्या- 1193
इतने ट्री गार्जियन होंगे नियुक्त - 750
शहरी क्षेत्र में लगेंगे इतने पौधे - 11350
वर्जन --
शासनादेश के अनुपालन में अब शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ट्री गार्जियन की तैनाती की जाएगी. जो अपने क्षेत्र में 50-50 पौधे लगा कर उसकी देखभाल करेगा, हर माह पौधे की हालत भी परखी जाएगी.
भारत लाल, डीएफओ.