- पेड़ों की 'पॉपुलेशन बढ़ाओ' एक्टिविटी में आई नेक्स्ट और बरेली जेसीज ने सूरजभान जीआईसी में लगाए पौधे।

BAREILLY:

'मेरी तो उम्र हो चुकी है। पौधे लगाऊंगा तो मेरे नाती पोते उसके फल खाएंगे, छांव में खेलेंगे, शुद्ध हवा में सांस लेंगे और याद करेंगे कि दादा ने कितना खूबसूरत तोहफा उन्हें दिया है'। यह कहना था 80 वर्षीय कैलाश नाथ खंडेलवाल का, जिन्होंने व‌र्ल्ड पॉपुलेशन डे के मौके पर पेड़ों की पॉपुलेशन बढ़ाने पर जोर दिया। आई नेक्स्ट और बरेली जेसीज की ओर से सैटरडे को प्लांटेशन प्रोग्राम का भव्य आयोजन किया गया। सूरजभान ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज में आयोजित एक्टिविटी में स्कूल ग‌र्ल्स, बुजुर्गो और बड़ों सभी ने मिल-जुलकर कई पौधे लगाए। उन्होंने इस दौरान शुद्ध हवा और स्वस्थ वातारण के लिए शहरवासियों से भी पेड़ लगाने की अपील की।

हरा भरा रहा माहौल

सैटरडे देर रात हुई बारिश के बाद सुबह मौसम भी खुशनुमा रहा। इसी हरे भरे माहौल में लोगों ने एक साथ कई पेड़ लगाए। वहीं, पेड़ लगाने के बाद ही बरस रही फुहारों ने माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया। करीब दो घंटे तक चली इस एक्टिविटी में सभी ने क्यारियां बनाई और बारी बारी से पौधे रोपे। सभी ने एकजुटता दिखाने के लिए और पेड़ों की इंपार्टेस के मद्देनजर पौधे लगाते हुए फोटो भी खिंचवाए। साथ ही उन्होंने रोपे गए पौधों की देखभाल करने का वायदा भी किया। ताकि पेड़ों कोई भी पेड़ मुरझाने न पाए क्योंकि एक पेड़ से दो लोगों को शुद्ध हवा मिलती है।

लगाएं पर पानी देना न भूलें

एक्टिविटी में शामिल लोगों ने बताया कि अक्सर घरों में, विभागों में, रोड के किनारे, पार्को में और पर्यावरण दिवस के दिन पेड़ तो लगाए जाते हैं लेकिन रोपने के बाद उसकी देखरेख नहीं करते हैं, जिससे पेड़ सूख जाते हैं। क्योंकि पेड़ को भी एक नन्हें बच्चे की तरह ही देखभाल करने की जरूरत होती है। उसमें नियमित तौर पर पानी एवं खाद देनी होती है। साल भर तक पेड़ों की देखभाल करने से वह जड़ पकड़ लेते हैं और फिर हम उनकी नहीं वह हमारी देखभाल करना शुरू कर देते हैं। इसीलिए सभी ने पेड़ों की संख्या बढ़ाने के लिए लोगों से निवेदन किया।

प्रकृति की सभी रचनाओं में केवल पेड़ ही सच्चे अर्थो में परोपकारी होते हैं। पेड़ जब तक जीवित होते हैं लोगों को शुद्ध हवा देते हैं और सूखने के बाद फर्नीचर के रूप में इस्तेमाल होते हैं।

प्रतिमा देवी, प्रिंसिपल, सूरजभान ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज

पेड़ मानवों के लिए सभी तरीके से गुणकारी होते हैं। पेड़ों के बगैर मानव सभ्यता का कोई अस्तित्व नहीं रह जाएगा। इसीलिए सभी को पेड़ लगाना चाहिए।

नीतीश अग्रवाल, सेक्रेटरी, बरेली जेसीज

बदलते दौर के साथ पेड़ों का कटान भी तेजी के साथ बढ़ गया है। हर दिन सैंकड़ों की तादाद में पेड़ों की कटान होने से पर्यावरण पर असर पड़ रहा है।

कमल खंडेलवाल, क्लब मेंबर

बचपन में काफी पेड़ लगाए थे, जो अब काफी बड़े हो चुके हैं। एक अच्छे बच्चे की तरह ही वह भी हमारी देखभाल कर रहा है। पेड़ लगाए तो एक बच्चे की तरह उसकी केयर जरूर करे।

कैलाशनाथ खंडेलवाल