-चौथे दिन सिटी में चला विभिन्न चौराहों पर चेकिंग अभियान

-बहानों के साथ धौंस से चेकिंग स्टॉफ पर प्रेशर बनाने की कोशिश

ALLAHABAD: ट्रैफिक मंथ के चौथे बगैर हेलमेट लगाए बाइक ड्राइव करने वालों और बिना सीट बेल्ट बांधे कार ड्राइव करने वालों को पेट्रोल न दिए जाने के सरकारी फैसले का असर बेअसर दिखा। अलग बात है कि इस पर क्वैरी जरूर शुरू हो गई जो तेल भरवाने पहुंचने वालों के लिए चौंकाने वाली थी। वैसे ट्रैफिक मंथ के चौथे दिन यातायात पुलिस का कंसंट्रेशन रूल्स को फॉलो न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई ही था। इस अभियान में लगी टीम को देख कोई फर्राटा भर भागता नजर आया तो किसी ने रास्ता बदल लेने में ही भलाई समझी। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस को वाहनों को रोकने में मुसीबतों का भी सामना करना पड़ा।

करनी पड़ती है मशक्कत

एक नवम्बर से ट्रेफिक मंथ का शुभारम्भ हुआ है। इस पूरे महीने यातायात पुलिस पब्लिक को ट्रैफिक रूल्स के प्रति अॅवेयर करने के साथ ही उन्हें ट्रैफिक लाइट्स को फॉलो करते हुए चलने के लिए प्रेरित कर रही है। साथ ही चौराहों पर नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है ताकि चौतरफा प्रेशर बने और सिटी में यातायात की समस्या सुलझे। वैसे कहने को तो चेकिंग स्टॉफ के पास तमाम पावर हैं। लेकिन, चेकिंग कर रहे ट्रैफिककर्मियों को तमाम दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है। चौराहों पर लगे ट्रैफिक कर्मियों द्वारा वाहन चालक को रोकने पर या तो वह तेजी से फर्राटा भर आगे निकल जाते हैं या फिर उन्हें रोकने के बाद फोन पर प्रेशर झेलना पड़ता है। ट्यूजडे को भी सिटी के कई चौराहे पर अभियान चलाया गया। तो वाहन चालक पुलिस को देखकर भागने लगे। कुछ को पकड़कर उनके वाहन या तो सीज कर दिया गया या फिर चालान कटा। यातायात पुलिस कर्मियों को कार्रवाई में सबसे ज्यादा दिक्कत हाईकोर्ट, पानी टंकी का चौराहा, लोक सेवा आयोग, म्योहाल चौराहा, बालसन चौराहा, तेलियरगंज आदि चौराहों पर पेश आई।

बाक्स में

क्या करें

-घर से निकलते वक्त वाहन के कागजात लेकर चलें

-बिना हेलमेट के वाहन बिलकुल भी न चलाएं

-ट्रैफिक रूल्स का सही से पालन करें

-जिन चौराहों पर रेड लाइट लगी है वहां वाहन को रोके

-जेब्रा लाइन से पहले ही वाहन को रोक लें

-वाहन चलाने से पूर्व अपना ड्राइविंग लाइसेंस जरूर बनवा लें

-ट्रैफिक पुलिस द्वारा वाहन को हाथ देने पर इग्नोर न करें