- बभिया और रजऊ परसपुर के पास ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने को नहीं मिली थी एनओसी

- नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक कटरी के लिए मिल जाएगी विभागों की एनओसी

BAREILLY:

नए ट्रेंचिंग ग्राउंड को लेकर नगर निगम ने रामगंगा से तीन किमी। दूर कटरी में जगह की तलाश की है। फिलहाल इसके लिए एयरफोर्स और एनजीटी से एनओसी की जरूरत है। इसके बाद ही ट्रेंचिंग ग्राउंड पर मुहर लग पाएगी। हालांकि, इससे पहले नगर निगम को बभिया और रजऊ परसपुर में झटका लग चुका है।

अब हम सफल होंगे

यह कहना है नगर आयुक्त राजेश कुमार श्रीवास्तव और मेयर डॉ। आईएस तोमर का। उनके मुताबिक रामगंगा से तीन किमी दूरी पर स्थिति इस जगह पर न तो डूब क्षेत्र है और न ही यहां आसपास कोई आबादी ही है। इसके अलावा यह एरिया एयरफोर्स से 15 और शहरी क्षेत्र से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थिति है। जिसके चलते यहां दोनों विभागों से बात की गई तो वह बताई गई दूरी के लिहाज से इस जगह को एनओसी देने की बात कह रहे हैं। बताया कि जल्द ही कटरी का निरीक्षण करने के बाद जमीन फाइनल की जाएगी। फिर एनओसी मिलते ही एनजीटी को अवगत कराने के बाद यहां ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाए जाने की कवायद शुरू हो जाएगी।

बाकरगंज को मिलेगी 'मुक्ति'

कूड़े के ढेर में तब्दील होते जा रहे बाकरगंज को मुक्ति दिलाने के लिए एनजीटी में दो वर्षो से मामला चल रहा है। जिस पर प्रशासन की ओर से अभी रुख साफ नहीं हो सका है। संबंधित मामले पर एनजीटी ने डीएम बरेली को तलब कर हर हाल में बाकरगंज से कूड़ा हटाने और नया ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने का प्रस्ताव मांगा है। जिस पर पिछले करीब साल भर से जमीन की खोज प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी कर रहे हैं। पर सफलता हाथ नहीं लग सकी है। साल भर पहले बभिया में जमीन मिली भी तो उस पर आर्मी, एयरफोर्स, पॉल्यूशन विभाग, स्थानीय निवासियों समेत प्रशासन ने इसे डूब क्षेत्र करार देते हुए एनओसी नहीं दी और मामला फंस गया था।

कटरी इलाके में ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने के लिए एयरफोर्स और पॉल्यूशन विभाग से एनओसी मिलने की संभावना है। एनओसी मिलते ही आगे की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।

राजेश कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त

ट्रेंचिंग ग्राउंड कहीं भी बने पर उससे जनता प्रभावित नहीं होनी चाहिए। अगर कटरी में जमीन चिह्नित की जा रही है तो हम भी उसका निरीक्षण कर लोगों की राय लेंगे।

नदीम शम्सी, अध्यक्ष, समाज सेवा मंच