- मार्केट में गोल्ड और ज्वैलरी की ऑनलाइन शॉपिंग का बढ़ा क्रेज

- रिटेल मार्केट को ऑनलाइन शॉपिंग से 15 फीसदी नुकसान

सोना कितना सोणा है

Meerut: गोल्ड और डायमंड की ज्वैलरी का ऑनलाइन खरीदने का प्रचलन काफी बढ़ गया है। ऑनलाइन ज्वैलरी की खरीददारी करने को लोग ज्यादा सेफ मानकर चल रहे हैं। ऐसे में दिलचस्प बात ये है कि जितने डिजाइन और वेरायटीज ऑनलाइन मिल रहे हैं, उतने बाजार में उपलब्ध नहीं हैं।

मार्केट रेट से भी कम

व्यापारियों की मानें तो कई वेबसाइट पर ब्रांडेड और नॉन ब्रांडेड कंपनियों के नए-नए डिजाइन की ज्वैलरी बिक रही है। ग्राहकों का मानना है कि ऑनलाइन ज्वैलरी खरीदने पर उन्हें मार्केट रेट से दो फीसदी तक फायदा भी हो रहा है।

क्लेम कर सकते हैं

ऑनलाइन ज्वैलरी खरीदारी को लोग सुरक्षित भी मान रहे हैं, क्योंकि कई बार मार्केट से ज्वैलरी खरीदने के बाद ग्राहक से लूट हो जाती है। ऑनलाइन ज्वैलरी खरीदने पर कोई फर्जीवाड़ा होने पर आप संबंधित कंपनी पर क्लेम कर सकते हैं।

वेरायटी की भरमार

आज का यूथ नए-नए डिजाइन और वेरायटी की ज्यादा डिमांड करता है, जिसके चलते ऑनलाइन मार्केट से ज्यादा वेरायटी साइट पर होती हैं। इसके चलते भी लोग ऑनलाइन मार्केट को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं।

कैश ऑन डिलीवरी

कई ऑनलाइन वैबसाइट कैश ऑन डिलीवरी का भी ऑप्शन दे रही हैं। ऐसे में क्रेडिट कार्ड का भी रिस्क खत्म हो जाता है। यानि जब तक आपकी ज्वैलरी आपके हाथों तक नहीं पहुंच जाएगी, तब तक आपको उसका पेमेंट देने की कोई जरूरत नहीं है।

बैक पॉलिसी

इसमें सबसे अच्छी बात ये है कि इसमें ग्राहकों के लिए बाय बैक पॉलिसी का भी ऑप्शन है। वो भी फुल रिफं ड के साथ। एक्सपर्ट के अनुसार यदि कोई ज्वैलरी आपको पसंद नहीं आती है तो उसके बदले में आप दूसरी ज्वैलरी ले सकते हैं। अगर नहीं लेनी है तो आपको बिना काट-छांट के पूरे पैसे भी वापस मिल सकते हैं। जबकि मार्केट में अगर आपको ज्वैलरी वापस करनी है तो उसी दिन के रेट के हिसाब से सर्राफा कारोबारी वापस करते हैं।

ब्रांडेड ज्वैलरी भी उपलब्ध

एक्सपर्ट रवीश गर्ग ने बताया कि अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, मंत्रा, येपी, ब्लू स्टोन आदि कई वेबसाइट फ्रेश और रीयल ज्वैलरी बेच रही हैं। ये सभी ज्वैलरी ब्रांडेड और हॉलमार्क युक्त होती हैं। इन साइटों के माध्यम से लोग ऑनलाइन ज्वैलरी खरीद रहे हैं।

मार्केट को नुकसान

व्यापारियों के अनुसार जब से ऑनलाइन ज्वैलरी की खरीददारी होने लगी है। तब से खुदरा मार्केट को 20 फीसदी तक का नुकसान होने लगा है। जानकारों के अनुसार ऑनलाइन ज्वैलरी खरीदने का चलन-आगे-आगे और बढ़ेगा। अगर पिछले साल की बात करें तो इस वर्ष 10 फीसदी तक ऑनलाइन ज्वैलरी खरीदने वालों की संख्या बढ़ी है।

ऑनलाइन ज्वैलरी खरीदने का प्रचलन यूथ में बढ़ा है। हां इससे खुदरा मार्केट को जरूर थोड़ा-बहुत नुकसान होता है।

-दिनेश रस्तोगी, महामंत्री सर्राफा व्यापार एसोसिएशन

ऑनलाइन ज्वैलरी सिर्फ वे लोग खरीद रहे हैं, जिनके पास बाजार में जाने का समय नहीं होता। खासकर प्रोफेसनल कोर्स से पढ़े-लिखे लोग ऑनलाइन को प्राथमिकता दे रहे हैं

-सर्वेश कुमार सर्राफ, महामंत्री सर्राफा एसोसिएशन