-आदिवासी संगठनों ने टायर जलाकर जाम किया मार्ग

-भूषण व जॉन समेत 46 समर्थकों ने दी गिरफ्तारी

CHAIBASA : राज्य में गैर आदिवासी को झारखंड का मुख्यमंत्री बनाए जाने के विरोध में आदिवासी हो महासभा एवं अन्य संगठनों द्वारा बुलाया गया बंद चाईबासा व झींकपानी में असरदार रहा। हाटगम्हरिया, जगन्नाथपुर, नोवामुंडी, बड़ाजामदा समेत अन्य इलाकों में बंद का छिटपुट असर देखने को मिला। सड़क पर टायर जलाने के कारण चाईबासा-झींकपानी मुख्य मार्ग सुबह भ् बजे से क्ख् बजे तक जाम रहा। बड़ा बाजार इलाके को छोड़ शहर की सभी दुकानें पूरी तरह से बंद रही। यहां तक की पेट्रोल पंप भी बंद रहे। बंद समर्थकों ने सुबह पांच बजे से ही शहर की ओर आने वाले हर चौक पर टायर जला कर मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गई। हालांकि पुलिस प्रशासन ने लगभग तीन घंटे बाद कॉलेज मोड़ तांबो, सरजोमगुटू चौक, सुफलसाई चौक एवं बाईपास चौक पर पहुंच कर जाम को हटवा दिया। इसके बाद ही वाहनों का परिचालन सामान्य हो गया। सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे बंद समर्थक शहर में घूम-घूम कर निजी संस्थानों को बंद कराने लगे। इसी दौरान पुलिस प्रशासन बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर सदर थाने ले आयी। इस दौरान आदिवासी हो युवा महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष भूषण पाटपिंगुवा, इपिल सामड व अखिल भारतीय क्रांतिकारी महासंघ के अध्यक्ष जोन मिरन मुंडा समेत ब्म् बंद समर्थकों ने अपनी गिरफ्तारी दी। शाम को सभी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। हालांकि इस एक दिवसीय बंद के दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।